पयाम ए हक़ है पयाम ए वारिसख़ुदा ही जाने मक़ाम ए वारस हैं उस के वारिस हुज़ूर ए अकरमजो होगा दिल से गुलाम ए वारिस भटक नही सकता राह ए हक़ सेजिसे मयस्सर है जाम ए वारिस है इश्क़ का बस यही तक़ाज़ाज़ुबाँ पे हर दम हो नाम ए वारिस फिर आया सालाना उर्स ए […]
कविता
किताबे इश्क़ व वफा हैं खदिजतुल कुबरा
10 रमज़ानूल मुबारक यौमे विसाल उम्मुल मोमिनीन ज़ौजए रसूल हज़रत खदिजतुल कुबरा रदियल्लाहो तआ़ला अन्हा अशरफ रज़ा क़ादरीखतीबो इमाम मस्जिदें अमीने शरीअ़तबलौदाबाजार छत्तीसगढ़ किताबे इश्क़ व वफा हैं खदिजतुल कुबरानिसाबे सब्रो रज़ा हैं खदिजतुल कुबरा अमीना, पारसा, आला नसब, सलीक़ा शेआ़रखुदा ही जाने के क्या हैं खदिजतुल कुबरा हयाओ़ हिल्म की उनसे है रौशनी फैलीचराग़े […]
लाज़िम है
✍🏻सिद्दीक़ी मुहममद ऊवैस जब बातिल का बोलबाला हो,ज़ालिम सब पर हावी हो,न्याय टकों पे बिकता हो,नफ़रत की राजनीति,जगह जगह पर चलती हो,सत्ता धारी अहंकार में डूबे हों,सरकारें झूठ पर चलती हों,हक़ को सिरे से दबाया जाता हो,सच्चाई से मुंह मोड़ा जाता हो?सवालों से कतराया जाता हो,जनता का विश्वास तोड़ा जाता हो,मासूमों को बेकसूरों को…रास्ते से […]
नात: जहां भी हो वहीं से दो सदा सरकार सुनते हैं
जहां भी हो वहीं से दो सदा सरकार सुनते हैंसरे आइना सुनते हैं पसे दीवार सुनते हैं मेरी हर सांस उनकी आहटों के साथ चलती हैमेरे दिल की धड़कनों की भी वह रफ़्तार सुनते हैं गुनाहगारों दरूदे वालिहाना भेज कर देखोवह अपने उम्मती का नग़म-ए-किरदार सुनते हैं मैं सदक़े जाऊं उनकी रहमतल्लिला़लमीनी केपुकारो चाहे जितनी […]
इश्क़ ए हक़ीक़ी
✍🏻सिद्दीक़ी मुहममद ऊवैस मैं एक रहस्य उलझा सा,जिसे हल किया है तूनेमैं एक संदेश अधूरा सा,जिसे पूरा किया है तूनेमैं एक साज़ टूटा सा,जिसे जोड़ा है तूनेमैं एक नाम छुपा सा,जिसे ज़ाहिर किया है तूनेमैं एक सवाल हूँ दुश्वार सा,जिसे जवाब दिया है तूनेमैं एक चिराग़ बुझा सा,जिसे रोशन किया है तूनेमैं एक जिस्म बेजान […]
