मसाइल-ए-दीनीया

मुहर्रम में सबील लगाना और फातिहा करना कैसा है ?

मुहर्रम में सबील लगाना और फातिहा करना कैसा है ?
मुसलमानों का मुहर्रम शरीफ में पानी या शरबत की सबील लगाना कैसा है ?
इमाम हुसैन और दिगर शोहदाए करबला रज़ियल्लाहु अन्हुम की नियाज व फातिहा के बारे में उलमा-ए-किराम क्या फरमाते हैं?

मसाइल-ए-दीनीया

गुस्ल करने का आसान तरीक़ा

गुस्ल करने का आसान तरीक़ा (१) गुस्ल परदे की जगह पर करें ताकि किसी की नज़र न पड़ सके। अगर ऐसी जगह मौजूद न हो तो तहबंद या कोई ऐसा कपड़ा पहने हुए गुस्ल करें जिस से नाफ़ से घुटने के नीचे तक ढका होना चाहिए। (औरतें ऐसी खुली जगह पर गुस्ल हरगिज़ न करें)। […]

गोरखपुर मसाइल-ए-दीनीया

औरतों पर जुमा की नमाज फर्ज नहीं है: उलमा किराम

गोरखपुर। तंजीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्प लाइन नंबर पर गुरुवार को रोजा, नमाज, जकात, सदका-ए-फित्र व ईद की नमाज आदि के बारे में सवाल आते रहे। उलमा किराम ने शरीअत की रोशनी में जवाब दिया।

गोरखपुर मसाइल-ए-दीनीया

औरतों पर ईद की नमाज वाजिब नहीं: उलमा किराम

गोरखपुर। तंजीम उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमजान हेल्पलाइन नंबरों पर बुधवार को नमाज, जकात, सदका-ए-फित्र व ईद की नमाज आदि के बारे में सवाल आते रहे। उलमा किराम ने शरीअत की रोशनी में जवाब दिया।

मसाइल-ए-दीनीया

अक़ीक़ा और ख़तना

अक़ीक़ा– अक़ीक़ा बच्चे की पैदाईश से 7वें दिन करना सुन्नत है लेकिन अगर नहीं किया है तो उम्र भर में कभी भी कर सकता है सुन्नत अदा हो जायेगी,अक़ीक़े में लड़के के लिए 2 बकरा और लड़की के लिए 1 बकरी ज़बह करना अफज़ल है लेकिन अगर लड़के में 2 की जगह 1 कर दिया […]

गोरखपुर मसाइल-ए-दीनीया

रोज़े की हालत में सर या दाढ़ी में मेंहदी लगा सकते हैं: उलमा-ए-किराम

गोरखपुर। उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्प लाइन नम्बरों पर रविवार को ईद की नमाज़, रोजा, जकात, सदका-ए-फित्र आदि के बारे में सवाल आते रहे। उलमा-ए-किराम ने शरीयत की रोशनी में जवाब दिया। सवाल : ईदगाह में दो बार ईद की नमाज पढ़ना कैसा है? (सैयद मतीन, सूर्य विहार कॉलोनी)जवाब : ईदगाह में एक मर्तबा […]

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सदक़तूल फ़ित्र ईद से पहले या ईद के बाद ?

सदकतुल फ़ित्र किस वक़्त वाज़िब है ? ۞۞۞ अल-जवाब ۞۞۞ ईद के दिन जिस वक़्त सुबह सादिक़-फ़जर का वक़्त आता है उसी वक़्त ये सदकतुल फ़ित्र वाजिब होता हे। अगर कोई फ़जर का वक़्त आने से पहले ही मर गया तो उस पर सदक़ा ए फ़ित्र वाजिब नहीं, उसके माल में से फ़ित्र नहीं दिया […]

गोरखपुर मसाइल-ए-दीनीया

हैज आने से रोज़ा फासिद हो जाएगा: उलमा-ए-किराम

गोरखपुर। उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्पलाइन नंबरों पर शनिवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने ईद, नमाज़, रोज़ा, जकात, फित्रा आदि के बारे में सवाल किए। उलमा-ए-किराम ने क़ुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया। इन नम्बरों पर आप भी सवाल कर जवाब हासिल कर सकते हैं 9956971232, 8604887862, 9598348521, 73880 […]

मसाइल-ए-दीनीया

आप जुम्आ़ के खुतबे में कैसे बैठते हैं ?

अ़वाम में ये तरीक़ा राइज है कि पहले खुतबे में अदबन निय्यत बाँधने की तरह हाथ बाँध लेते हैं और दूसरे खुतबे में अपना हाथ घुटनो पर रख लेते हैं, ये तरीका दुरस्त नहीं है। मन्ज़ूरे नज़र हुज़ूर मुफ्ती -ए- आज़म, अल्लामा मुहम्मद सालेह कादरी लिखते हैं कि ये तरीका गलत और मनमानी रविश है, […]

गोरखपुर मसाइल-ए-दीनीया

औरतों पर ईद की नमाज़ वाजिब नहीं: उलमा-ए-किराम

गोरखपुर। उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्पलाइन नंबरों पर शुक्रवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने ईद, नमाज़, रोज़ा, जकात, फित्रा आदि के बारे में सवाल किए। उलमा-ए-किराम ने क़ुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया। इन नम्बरों पर आप भी सवाल कर जवाब हासिल कर सकते हैं 9956971232, 8604887862, 9598348521, 73880 […]