लेखक: अब्दे मुस्तफ़ा हर लड़की की अपने होने वाले शौहर के बारे में कुछ ना कुछ ख्वाहिशात होती हैं, कुछ सपने होते हैं कि वो कैसा होना चाहिये।पहले लड़कियों की सोच अलग थी लेकिन अब फिल्में देख देख कर, बाज़ारों में घूम घूम कर लड़कियों का दिमाग खराब हो चुका है और उन की पसंद […]
लेख
अल्लाह व रसूल का फ़रमान और आज का मुसलमान (क़िस्त 7)
लेखक: अब्दुल्लाह रज़वी क़ादरीमुरादाबाद यू पी, इंडिया दोस्तो आजकल अगर किसी की इस्लाह की जाए तो जवाब मिलता है मियां तुम अपनी करो अपने आप को संभालोऐसा जवाब निहायत ही मज़मूम है और गुनाहों पर बड़ी दिलेरी है| चुनाचे हज़रते अब्दुल्लाह बिन मसऊद रज़िअल्लाहू तआला अन्ह फ़रमाते हैं किअल्लाह तआला के नज़दीक ये एक बड़ा […]
नमाज़ के फ़राइज़ (जिन के छूट जाने से नमाज़ नहीं होती)
लेखक: मह़मूद रज़ा क़ादरी, गोरखपुर सात चीज़ें नमाज़ में फ़र्ज़ हैं इनमें से एक भी छूट जाये तो नमाज़ होगी ही नहीं लिहाज़ा दोबारा पढ़ी जायेगी। तकबीरे तहरीमा (नीयत बाँधना) क़ियाम क़िरात रुकू सुजूद क़ादा-ए-आख़ीरा (आख़िरी रकअत में बैठना) ख़ुरूज बेसुनऐही (सलाम फेरना) तकबीरे तहरीमा:- नमाज़ शुरू करने के लिए जो तकबीर कहते हैं उसे […]
अल्लाह व रसूल का फ़रमान और आज का मुसलमान (क़िस्त 5)
लेखक: अब्दुल्लाह रज़वी क़ादरीमुरादाबाद यू पी, इंडिया हदीस शरीफ़सरकार ए कायनात हुज़ूर सल्लल्लाहू तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया:अल्लाह तआला ने फ़िरिश्ते को हुक्म दिया के फ़ुलां शहर को ज़ेर व ज़बर (उलट पलट) करदो फ़िरिश्ते ने अर्ज़ की के ऐ रब्बे कायनात फ़ुलां शख़्स जिसने कभी एक लम्हा के लिए भी गुनाह नहीं किया […]
