आज के दिन जीवन चरित्र

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम: एक विजनरी नेता और वैज्ञानिक

भारत के ‘मिसाइल मैन’ के नाम से मशहूर पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की आज के दिन ही 15 अक्टूबर 1931 के दिन रामेश्वरम में यौम ए पैदाइश हुयी थी। उनका ताल्लुक एक बहुत ही साधारण परिवार से था। भारत के राष्ट्रपति पद पर रहते हुए भी वो जमीन से जुड़े रहे। डॉ. एपीजे […]

मसाइल-ए-दीनीया

नमाज़े गौषिया का तरीका

हर माह के 11वे चाँद, मग़रिब की नमाज़ पढ़ने के बाद दो रकात नफ़्ल – नमाज़े गौषिया की निय्यत से पढ़े। दोनों रकात में सुर ए फातेहा के बाद 11-11 मर्तबा सुर ए इखलास (कुल्हू अल्लाह) पढ़े। नमाज़ पढ़ने के बाद अपनी जगह बैठ कर 11 बार दुरूद शरीफ पढ़े, बाद में ये दुआ पढ़े […]

लेख

गज़ा वह फीनिक्स पक्षी है जो अपनी राख से फिर उठ खड़ा होगा !

7 अक्टूबर 2023 को ज़ायनवादी इज़रायल द्वारा फ़िलिस्तीनी जनता पर बर्बर नरसंहार के जिस नये दौर की शुरुआत की गयी थी, उसको एक साल पूरे हो चुके हैं। साल भर पहले साम्राज्यवादी अमेरिका की शह पर ज़ायनवादी इज़रायल ने जब भयंकर क़त्लेआम की शुरुआत की थी तो मीडिया ने इसे ऐसे पेश किया जैसे हमास […]

लेख शिक्षा

विद्यालय में बच्चों को भेजना क्यों ज़रूरी है ?

विद्यालय शिक्षा का प्रमुख स्थान है, जहां बच्चे न केवल अकादमिक ज्ञान प्राप्त करते हैं, बल्कि जीवन के लिए आवश्यक कई कौशल भी सीखते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण कारण दिए गए हैं, जो बताते हैं कि बच्चों को विद्यालय भेजना क्यों ज़रूरी है: विद्यालय केवल शिक्षा का स्थान नहीं है, बल्कि यह बच्चों के सम्पूर्ण […]

धार्मिक राजनीतिक

हिन्दू बोर्ड के पास 150 लाख एकड़ तो वक़्फ़ बोर्ड के पास मात्र 9.5 लाख एकड़ जमीन… ?

गोदी मीडिया ने या पता नही किसने ये झूठ फैलाया है कि वक़्फ़ के पास रेलवे और डिफेन्स के बाद सबसे ज़्यादा ज़मीन है, जबकि सत्य इसके उलट है l सिर्फ़ तमिल नाडु के हिन्दू बोर्ड के पास 3.5 लाख एकड़ और आंध्र प्रदेश में 4 लाख 65 हज़ार एकड़ जमीन जायदाद है, और वक़्फ़ […]

ऐतिहासिक जीवन चरित्र

हज़रत ख़्वाजा बख़्तियार काकी रहमतुल्लाह अलैह की वसीयत और सुल्तान शमसुद्दीन अल्तमस

हज़रत ख़्वाजा बख़्तियार काकी रहमतुल्लाह अलैह का जब इन्तेक़ाल हुआ तो उनकी नमाज़े जनाज़ा के लिए लोग इकठ्ठा हुए। भीड़ में ऐलान हुआ की नमाज़े जनाज़ा पढ़ाने के लिए कुछ शर्तें हैं जिनकी वसीयत हज़रत ने की थी: (1) मेरी नमाज़े जनाज़ा वो शख़्स पढ़ायेगा जिसने कभी भी बग़ैर बुज़ू आसमान की तरफ़ न देखा […]

धार्मिक

वक्फ संशोधन विधेयक, मुस्लिम के लिए एक विचार का क्षण

वक्फ हमेशा से इस्लामी समाज का अभिन्न अंग रहा है। इसकी स्थापना मस्जिदों, मदरसों, कब्रिस्तानों, पुस्तकालयों और अनाथालयों जैसे पवित्र स्थानों और संस्थानों की सुरक्षा और प्रचार के लिए की गई है। हर युग में मुसलमानों ने वक्फ के माध्यम से अपनी धार्मिक, शैक्षणिक और सामाजिक सेवाएं निभाई हैं। लेकिन आज वक्फ की इस व्यवस्था […]

लेख शिक्षा

मदरसें सदियों से भारत की शिक्षा पद्धति का हिस्सा रहे हैं

भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र बाबू, हिंदी के महान लेखक उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद जी की प्रारंभिक शिक्षा की शुरुआत मदरसे से हुई। मदरसों को लेकर जितना भ्रम फैलाया जाता है स्थिति बिल्कुल ही उसके विपरीत है। मदरसें सदियों से भारत की शिक्षा पद्धति का हिस्सा रहे हैं जिसमें पढ़ कर बच्चों ने अदब और […]