गोरखपुर

जरूरतमंद रोज़ेदारों में मुफ्त बांटा जा रहा नींबू व बर्फ

गोरखपुर। मुकद्दस रमज़ान के कई रोज़े गुजर चुके हैं। इस गर्मी में करीब चौदह घंटे बिना कुछ खाये-पीये रोज़ा रखना कोई मामूली बात नहीं है। मोहल्ला रहमतनगर के नौज़वानों के जज्बे को सलाम जिन्होंने इस गर्मी के रोज़े में हर रोज सौ जरूरतमंद रोज़ेदार परिवारों का गला तर करने की ठानी है। 5वें रमज़ान से […]

धार्मिक

तरावीह की नमाज़

लेखक: जावेद शाह खजराना हजरत अबु हुरैरा रज़ियल्लाहु तआला अन्हु ने कहा कि रसूले करीम सल्लाहू वअलैयवसल्लम ने फ़रमाया कि…. “जो शख़्स सच्चे दिल से और सही अक़ीदे के साथ रमज़ान में क़ियाम यानि तरावीह पढ़ेगा तो अल्लाह उसके अगले गुनाह बख़्श देगा।” हदीस शरीफ़ से ये तो साबित हो गया कि तरावीह पढ़ना सुन्नत […]

धार्मिक

बयान-ए-रमज़ान (क़िस्त 03)

मसाइले रोज़ा ۞भूल कर खाने पीने या भूल कर जिमआ करने से रोज़ा नहीं टूटेगा।📕 बहारे शरीअत,हिस्सा 5,सफह 112 ۞बिला कस्द हलक में मक्खी धुआं गर्दो गुबार कुछ भी गया रोज़ा नहीं टूटेगा।📕 बहारे शरीअत,हिस्सा 5,सफह 112 ۞ बाल या दाढ़ी में तेल लगाने से या सुरमा लगाने से या खुशबू सूंघने से रोज़ा नहीं […]

गोरखपुर

तरावीह की नमाज़ बीस रकअत है, कमी करना नाजायज़: उलमा-ए-किराम

गोरखपुर। उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्प लाइन नंबरों पर शुक्रवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने नमाज़, रोज़ा, जकात, फित्रा आदि के बारे में सवाल किए। उलमा-ए-किराम ने क़ुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया। सवाल: तरावीह की रकअतों में कमी करना मसलन दस या आठ रकअत पढ़ना कैसा? (नवेद आलम, […]

गोरखपुर

अल्लाह की रज़ा में बीता मुकद्दस रमज़ान का पहला जुमा

गोरखपुर। मुकद्दस रमज़ान के पहले जुमा की नमाज़ दोपहर 12:30 से 2:30 बजे तक शहर की छोटी-बड़ी तमाम मस्जिदों में अदा की गई। अमनो सलामती की दुआ मांगी गई। पूरा दिन अल्लाह की इबादत में गुजरा। फ़र्ज़ नमाज़ों के साथ कसरत से नफ्ल नमाज़ अदा की गई। मुकद्दस क़ुरआन की तिलावत हुई। तस्बीह व जिक्र […]

बिहार

असहाय लोगों की मदद करना रमज़ान का अहम पैग़ाम

मोतीहारी: 8 अप्रेल रमजान का मुबारक महीना नेकी और भलाई करने का महीना है ।अपने गुनाहों से तौबा करना और खुदा के आदेशों का पालन करना, गरीबों असहाय व्यक्तियों की सहायता करना, भूखों को खाना खिलाना ही रमज़ान का अहम पैग़ाम है। इबादत करने के साथ-साथ कुरआन की तिलावत करते रहें और 20 रकत तरावीह […]

गोरखपुर

बाजार में बिक रहीं तरह-तरह की टोपियां

गोरखपुर। छोटे काजीपुर में स्पेशल टोपियों की दुकान चलाने वाले मौलाना मोहम्मद अहमद के यहां हक्कानी, ओवैसी, बरकाती, रामपुरी, बांग्लादेशी सहित तमाम तरह की रंगबिरंगी टोपियां बिक रही हैं। जिन्हें उन्होंने मेरठ, वाराणसी, रामपुर व मुबंई से मंगवाया है। उनके यहां तीस से लेकर पांच सौ रुपया तक की टोपी बिक रही हैं। उन्होंने बताया […]

गोरखपुर मसाइल-ए-दीनीया

भूल कर कुछ खा लेने से रोज़ा नहीं टूटता: उलमा-ए-किराम

गोरखपुर। उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्प लाइन नंबरों पर गुरुवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने नमाज़, रोज़ा, जकात, फित्रा आदि के बारे में सवाल किए। उलमा-ए-किराम ने क़ुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया। सवाल : रोजे की हालत में टूथपेस्ट करना कैसा? (ताहिर रज़ा, तिवारीपुर) जवाब : रोजे की […]

गोरखपुर

आप ज़कात अदा करेंगे तो ग़रीब मुसलमानों की दुआ मिलेगी: उलमा-ए-किराम

गोरखपुर। मुकद्दस रमज़ान का पांचवां रोज़ा अल्लाह की इबादत में गुजरा। रोज़ेदारों के उत्साह के आगे धूप पस्त है। मस्जिदें नमाज़ियों से भरी हुई हैं। तरावीह की नमाज़ जारी है। बाज़ार में चहल-पहल है। दिन की अपेक्षा रात खुशगवार है। इफ्तारी की दावतें शुरू हो चुकी हैं। हर तरफ मुकद्दस क़ुरआन पढ़ा जा रहा है। […]

मसाइल-ए-दीनीया

रोज़े के मकरूहात

सवाल:रोज़े के मकरूहात क्या क्या है ? ۞۞۞ जवाब ۞۞۞ १. बिला उजर किसी चीज़ का चबाना।अलबत्ता किसी औरत का शोहर बद मिजाज़ हो, और खाना ख़राब होने पर उसके गुस्से होने का अंदेशा हो तो उसे नमक ज़बान की नोक पर रख कर चखने की इजाज़त है। इसी तरह अगर छोटे बच्चे को रोटी […]