गोरखपुर मसाइल-ए-दीनीया

भूल कर कुछ खा लेने से रोज़ा नहीं टूटता: उलमा-ए-किराम

गोरखपुर। उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्प लाइन नंबरों पर गुरुवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने नमाज़, रोज़ा, जकात, फित्रा आदि के बारे में सवाल किए। उलमा-ए-किराम ने क़ुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया।

  1. सवाल : रोजे की हालत में टूथपेस्ट करना कैसा? (ताहिर रज़ा, तिवारीपुर)

जवाब : रोजे की हालत में टूथपेस्ट करना मकरूह है, अगर उसका कोई जुज़ हलक में चला जाए तो रोजा टूट जाएगा। (हाफ़िज़ रहमत अली)

  1. सवाल : क्या जकात रमज़ान में ही निकाली जा सकती है? (मोहसिन, खोखर टोला)

जवाब : जकात का ताल्लुक रमज़ान से नही बल्कि जकात की अदाएगी बकद्रे निसाब माल पर साल पूरा होने पर फ़र्ज़ हो जाती है। हां, रमज़ान में सवाब बढ़ जाता है। (मौलाना बदरे आलम निज़ामी)

  1. सवाल : भूल कर कुछ खा लिया तो रोजा टूटेगा या नहीं? (शहनवाज अहमद, टाउनहॉल)

जवाब: नहीं। भूल कर खाने से रोज़ा नहीं टूटता। हां याद आने पर फौरन रुक जाएं बल्कि मुंह में मौजूद लुकमा भी निकाल दें। (कारी मोहम्मद अनस रज़वी)

  1. सवाल : क्या औरत रोज़े की हालत में खाना चख सकती है? (आयशा, तुर्कमानपुर)

जवाब : अगर किसी औरत का शौहर जालिम या गुस्से वाला है कि खानें में कमीबेशी की सूरत में जुल्म करेगा है तो ऐसी औरत रोज़े की हालत में खाना चख सकती हैं, लेकिन एहतियात लाज़िम होगा कि कोई हिस्सा हलक में न जाए। (मुफ्ती अख़्तर हुसैन मन्नानी)

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