धार्मिक

क़ुरआन ए करीम की हिफ़ाज़त

اِنَّا نَحْنُ نَزَّلْنَا الذِّكْرَ وَ اِنَّا لَهٗ لَحٰفِظُوْنَ(۹)۔बेशक हम ने उतारा है ये क़ुरआन और बेशक हम ख़ुद इसके निगेहबान हैं। तफ़सीर ख़ज़ाइनुल इरफ़ान :- तहरीफ़ व तब्दील व ज़्यादती व कमी से उस की हिफ़ाज़त फ़रमाते हैं। तमाम जिन्न व इन्स और सारी ख़ल्क़ के मक़दुर में नहीं है कि उस में एक हर्फ़ […]

धार्मिक सामाजिक

क्या क़ुरान की 24 आयतें दूसरे धर्म वालो से झगड़ा करने एवं हिंसा के लिए प्रेरीत करती हैं ?

कुरआन के बारे में दुष्प्रचार फैलाने का यह तरीक़ा बहुत ही पुराना है कि कुरआन की जिन आयतों में जंग के मैदान में अत्याचारियों के प्रति युध्द का जिक़्र (उल्लेख) है उन आयतों को अलग-अलग सूरतों (अध्यायों / पाठों) में से और अलग-अलग जगह से सन्दर्भ के बाहर (Out of context) निकाल कर ऐसा दिखाने […]

गलत फहमियो का निवारण

क्या किसी औरत के ऊपर किसी बुजुर्ग या वली की सवारी आती है?

सवाल➺ अगर कोई औरत ये कहे की मेरे ऊपर किसी बुजुर्ग की सवारी आती है क्या कोई वली किसी औरत पर आ सकते है ? जवाब➺ ऐसी औरत मक्कार और झूठी है, वरना जाहिल तो जरूर है, किसी भी वली या इंसान की सवारी किसी दूसरे इंसान पर नहीं आती, हाँ, कुछ लोगो पर जिन्नात […]

धार्मिक सामाजिक

निकाह

निकाह करना सुन्नत है अल्लाह के रसूल ने फरमाया जो मेरे तरीके को महबूब रखे वो मेरी सुन्नत पर चले और मेरी सुन्नत निकाह है । निकाह नज़रों को बहकने से रोकता है और शर्मगाह की हिफाजत करने वाला है । पारसाई के इरादे से निकाह करने वाले की अल्लाह पाक मदद फरमाता है वक़्त […]

कहानी धार्मिक

दीन बर्बाद करने वाला

एक मर्तबा हज़रते ईसा अलैहिस सलाम एक बस्ती के करीब से गुजरे, देखा के नहरें जारी हैं बस्ती बड़ी पुर रौनक है जन्नत का नमुनह है बस्ती वालों के पास तरह तरह के खाने हैं और उनके पास खूबसूरत और हसीन लड़के और लड़कियां हैं और उस बस्ती के रहने वाले बड़े इबादत गुज़ार भी […]

धार्मिक सामाजिक

पर्दा और बदनज़री

आज जहां मुआशरे में हज़ारहा बुराइयां फैली हुई है उनमें एक बहुत बड़ी बुराई ये भी है की मर्द का एक ना महरम औरत को देखना और एक औरत का ना महरम मर्द के लिए सजना सवरना और बे पर्दगी से घूमना,लोग इसे फैशन और मॉडर्न समाज का हिस्सा मानते हैं मगर अल्लाह के यहां […]

कहानी धार्मिक

इन्सान की एक हक़ीक़त

बनी इसराइल की एक औरत हज़रत मूसा अलैहिस सलाम की ख़िदमत में आई और अर्ज़ किया कि ऐ नबीयल्लाह मेने बहुत बड़ा गुनाह किया है और तौबा भी की हे अल्लाह तआला से दुआ मांगे की वो मुझे बख्श दे और मेरी तौबा क़ुबूल फ़रमा लेहज़रत मूसा अलैहिस सलाम ने फ़रमाया तूने कौनसा गुनाह किया […]

धार्मिक सामाजिक

मरीज़ की इयादत को जाना

सबसे पहले इयादत का माना समझ लें ताकि पोस्ट समझने में कोई दुशवारी न हो ”इयादत” के माने होते हैं कि बीमार की ख़बर पूछना यानि मरीज़ का ह़ाल ख़ैरियत पूछने जाना (फिरोज़ुल लुगत सफह 907) इस में कोई शक नहीं कि सेह़त और बीमारी ज़िन्दगी का एक ह़िस्सा हैं कभी इंसान भरपूर सेह़त से […]

धार्मिक

रजबुल मुरज्जब का चाँद और नफ्ल नमाज़ें

रसूले मकबूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम फ़रमाते हैं कि माहे रजब की बेशुमार फजीलत है और इस माहे मुबारक की इबादत बहुत अफ़ज़ल है। हुजूरे अकदस सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का इर्शादे गिरामी है कि जब माहे रजब का चाँद देखो तो पहले एक मर्तबा यह दुआ पढ़ो। अल्लाहुम्म बारिक लना फी रज – ब व शअबा […]

धार्मिक

रूह

नौशाद अह़मद ज़ैब रज़वी, इलाहाबाद रूह का सही इल्म तो अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त को ही है हां बाज़ किताबों में युं आता है कि रूह एक लतीफ़ जिस्म जो कि कसीफ़ जिस्मों के साथ मिली हुई है जैसे हरी लकड़ी में पानी (शराहुस सुदूर,सफह 133) रूह के पैदा होने की कई रिवायत हैं आलाहज़रत जिस्म […]