धार्मिक सामाजिक

निकाह

  • निकाह करना सुन्नत है अल्लाह के रसूल ने फरमाया जो मेरे तरीके को महबूब रखे वो मेरी सुन्नत पर चले और मेरी सुन्नत निकाह है ।
  • निकाह नज़रों को बहकने से रोकता है और शर्मगाह की हिफाजत करने वाला है ।
  • पारसाई के इरादे से निकाह करने वाले की अल्लाह पाक मदद फरमाता है
  • वक़्त पर निकाह औलाद का हक है इस में ताखीर वालिदैन को गुनहगार करती है ।
  • इंसान की जिन्सी ज़रूरत का वाहिद ब इज़्ज़त हल निकाह है और अगर निकाह नही तो ज़िना आम होगा यह आम फहम नतीजा है ।
  • अपनी बच्चियों के सरों पर दुपट्टा डालने का मकसद तब पूरा होगा जब उन का निकाह वक़्त पर होगा ।
  • अल्लाह पाक ने मोआशरती आमाल में से निकाह को सब से आसान रखा है ।
  • अगर बारह 12 पंद्रह 15 साल में बच्चे बच्चियां बालिग हो रहे हैं और 25 पच्चीस 30 तीस साल तक निकाह नही हो रहा है तो यह जिन्सी मरीज़ भी बनेंगे और गुनाह भी करेंगे ।
  • हर गैर शादी शुदा जवान लड़के / लड़की एक दूसरे की तलब रखते हैं और येह एक फितरी ज़रूरत है लिहाजा अपने बालिग बच्चे बच्चियों के निकाह का बन्दोबस्त करें ।
  • भूक प्यास के बाद बालिग इंसान की तीसरी अहम जूरूरत जिन्सी तसकीन है ,और जब जायज़ ज़रिया ना हो तो बच्चा /बच्ची गुनाह और ज़हनी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं ।
  • बद किस्मती की इन्तहा मदारिस यूनिवर्सिटीज़ में बड़ी बड़ी लड़कियां / लड़के बगैर निकाह इल्म हासिल कर रहे हैं, और वालिदैन को निकाह की परवाह ही नही ।
  • जब कोई निकाह करता है तो शैतान कहता है अफसोस उस ने अपना दो तिहाई दीन बचा लिया। हराम से बचने मोहब्बत और प्यार का मोआशरा कायम करने के लिए निकाह करना सुन्नत और सवाब है ।

नोट:- वालिदैन अपनी जिम्मेदारी सम्झें और औलाद पर रहम करें और वक़्त पर निकाह का बन्दोबस्त करें । गुनाहों से बचें और और अपने बच्चों की हिफाज़त करें ।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *