गोरखपुर। ईद-उल-अजहा (बकरीद) त्योहार 10 जुलाई को है। कुर्बानी के जानवरों की खरीदो फरोख्त शुरु हो चुकी है। मुसलमानों की सहूलियत के लिए उलमा-ए-अहले सुन्नत ने शनिवार को ‘ईद-उल-अजहा हेल्प लाइन नंबर’ जारी किया।
नंबर जारी करते हुए मुफ्ती-ए-शहर अख़्तर हुसैन मन्नानी ने कहा कि कुर्बानी इबादत है इसे खुशदिली से अदा करें बिना किसी को तकलीफ दिए हुए। अपशिष्ट पदार्थ गड्ढें में दफ़न करें और एक अच्छा मुसलमान व अच्छा शहरी होने की जिम्मेदारी निभाएं। कुर्बानी अल्लाह के लिए होती है। दिखावा अल्लाह को पसंद नहीं है। कुर्बानी के समय वीडियो व फोटो बिल्कुल न बनाया जाए और न ही सोशल मीडिया पर डाला जाए। यह मेहमान नवाजी का त्योहार है भाईचारे को आम किया जाए।
नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी ने बताया कि हेल्पलाइन नंबरों पर कुर्बानी किस पर वाजिब है, मालिके निसाब कौन लोग हैं, कुर्बानी का जानवर कैसा होना चाहिए, कुर्बानी के गोश्त की तकसीम कैसे करें, बड़े जानवर की कुर्बानी में कितने लोग हिस्सा ले सकते हैं, कुर्बानी की खाल कहां देनी है, ईद-उल-अजहा में हमें क्या-क्या करना चाहिए, नमाज का तरीका, तकबीरे तशरीक कब पढ़नी है आदि की जानकारियां बस एक फोन कॉल पर घर बैठे मिलेंगी।
ईद-उल-अजहा हेल्पलाइन नंबर
- मुफ्ती खुर्शीद अहमद – 9935892392
- मुफ्ती अख्तर हुसैन – 9956971232
- मुफ्ती मो. अज़हर शम्सी – 8604887862 / 9598348521
- मुफ्ती मेराज अहमद – 73880 95737
- मुफ्ती मुनव्वर रज़ा – 82493 33347
- मौलाना जहांगीर अहमद – 8896678117
- मौलाना मोहम्मद अहमद – 8563077292
- हाफ़िज़ रहमत अली – 77549 59739