- रज़ा एकेडमी ने पैधोनी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करने की मांग की और पुलिस आयुक्त को भेजा विरोध पत्र।
मुंबई: देश के अमन और शांति भरे माहौल को खराब करने के लिए एक नफरती गिरोह सक्रिय हो चुका हैं। जो आए दिन विभिन्न धर्मों के बीच तनाव पैदा करना रहता है। हाल के महीनों में देखा गया कि इस गिरोह के निशाने पर हिन्दू-मुस्लिम एकता की प्रतीक अजमेर स्थित हजरत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह है।
हाल ही में एक यूट्यूबर ने हजरत ख्वाजा ख्वाजगान की मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी शान में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया, जिसे सुनकर न सिर्फ मुसलमान बल्कि कोई भी ख्वाजा प्रेमी चुप नहीं रह पाएगा। बता दें कि दुनिया भर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी को चाहने वाले करोड़ों लोग हैं। ऐसे में हालात को देखते हुए रज़ा एकेडमी ने तुरंत ही पेधोनी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से उक्त यूट्यूबर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस संबंध में रजा एकेडमी के संस्थापक एवं प्रमुख अल्हाज मुहम्मद सईद नूरी साहब ने कहा कि जिस तरह से यूट्यूब पर हजरत सुल्तान-ए-हिंद ख्वाजा गरीब नवाज की शान में गंदे शब्दों का इस्तेमाल कर आरोप लगाए गए हैं। ये शब्द किसी भी सूरत में अस्वीकार्य है, बल्कि यह ख्वाजा गरीब नवाज के चाहने वालो की भावनाओं को ठेस पहुंचाते है।
उन्होने कहा कि दुनिया जानती है कि सूफियों के लिए मानवता की सेवा और उनका कल्याण महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपनी खानकाहो से धर्म और राष्ट्र के भेदभाव के बिना केवल प्रेम और मानवता की शिक्षा दी है, जिसने लाखों लोगों को इस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया है।
हजरत नूरी साहब ने आगे कहा कि जिस तरह से यूट्यूब पर गंदे आरोप लगाए गए हैं, सूफियों ने इन बुराइयों को खत्म करने का काम किया है। हज़रत सईद नूरी ने चुनौती देते हुए कहा कि कोई भी यह साबित नहीं कर सकता कि अल्लाह के किसी अच्छे और नेक बंदे ने ऐसा काम किया है। यह काम वे लोग करते हैं जो आश्रम में बैठते हैं और ऐशो-आराम करते हैं।
रज़ा एकेडमी के संस्थापक और प्रमुख नूरी साहब ने आगे कहा कि पहले भी अजमेर 92 मूवी के माध्यम से ख्वाजा ख्वाजागान हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को निशाना बनाया गया था, अब इस यूट्यूबर ने सारी हदें पार करते हुए बेहद बेतुके आरोप लगाए हैं। रजा एकेडमी ने एक पत्र भेज कर मुंबई पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि इस यूट्यूबर पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए और यूट्यूबर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। अगर इस शैतानी यूट्यूबर पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो शहर में शांति की कमी को गंभीर नुकसान हो सकता है।