मीरा रोड (२६ जनवरी) सद्ध भावना मंच मीरा रोड के तहत लोकतंत्र में नागरिकों की भुमिका शीर्षक कार्यक्रम अपनें विचार व्यक्त करते हुए गुलाम आरिफ खान ने कहा कि लोकतंत्र में नागरिकों को अपनी भूमिका निभाने की आवश्यकता है आज हम सोशल मीडिया के गुलाम बन गए हैं और कारपोरेट जगत धीरे धीरे हम पर हावी होता । लोकतंत्र में दो तरफा जिम्मेदारी होती है जब नागरिक गफलत में पड़ जातें हैं तो राजनीतिक नेताओं को अपनी मन मानी करने का मौका मिल जाता है उन्होंने हमारी सभ्यता की यह विशेषता है इसमें क्षमता है विभिन्न संस्कृतियों के एक साथ लेकर चलते हैं हमारे देश का संविधान हमारी साझी सभ्यता का सार है मगर आज भारत के संविधान के मूल्यों की अनदेखी की जा रही है हमें आपसी मतभेदों को सुलझाने का प्रयास करना चाहिए हमें सूचना के अधिकार कानून का सहारा लेना चाहिए। बहुजन वंचित आघाड़ी के सलिम अब्बास खान ने कहा कि आज धार्मिक हस्तियों को बुरा कहा जा रहा है इस लिए इस संबंध में कानून बनाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ परवेज मांडवीवाला ने कहा कि २६ जनवरी हमारे लिए छुट्टी का दिन बन कर रह गया है और झंडा फहराना एक रस्म बन गई है। एडवोकेट एसोसिएशन ऑफ मीरा भायंदर के अध्यक्ष एडवोकेट एच के शर्मा ने कहा कि हमें आजादी मिली लेकिन हम आज भी भ्रष्टाचार के गुलाम हैं । मिशन इम्पाॅसिबल की सदस्य शिल्पा शर्मा ने कहा कि अगर नेता इमानदार होंगे तो भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा इस लिए हमें इमानदार नेता चुनने की जरूरत है। मिशन इम्पाॅसिबल के अध्यक्ष भगवान कोशिक ने कहा कि हम सिर्फ २६ जनवरी को ही नहीं जागें बल्कि हमें हमेशा जागरूकता दिखाने की कोशिश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन प्रतिनिधियों को हम चुनते हैं उनसे सवाल पुछना चाहिए । मशहूर लेखक विनोद चांद ने कहा कि लोकतंत्र में हमारा कर्तव्य तक सिमीत हो गया है हमें लोकतंत्र के बारे में जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता है ।
साजिद महमूद शेख मीरा रोड ठाणे