कविता धार्मिक

रमज़ान जा रहा है

कविता: रमज़ान जा रहा हैकवि: नासिर मनेरीसंस्थापक व अध्यक्ष: मनेरी फाउंडेशन, इंडिया ग़मगीन सब को कर के मेहमान जा रहा है।कर के उदास माह-ए-गुफरान जा रहा है।। मस्जिद की रौनकें भी अब खत्म हो रही हैं।सदमा हज़ार देकर रमज़ान जा रहा है।। रोजा नमाज़, सहरी, इफ्तारी व तरावीह।हमराह-ए-हर सआदत मेहमान जा रहा है।। रहमत थी, […]

सिद्धार्थनगर

रमजान हमदर्दी और प्यार व मोहब्बत का सन्देश देता है: अल्लामा अल्वी साहब

सिद्धार्थनगर,2 अप्रैल,2022, हमारी आवाज़मशहूर आलिमे दीन अल्लामा गुलाम अब्दुल का़दिर अल्वी सज्जादा नशीन खानकाह यार अल्वीया बराव शरीफ ने पवित्र रमजान माह के शुरू होने पर देश वासियों को मुबारकबाद देते हुए कहा है कि इस्लामिक कैलेंडर का सबसे पवित्र महीना माह-ए-रमजान है। यह क़ुरआन शरीफ के दुनिया में नाजिल होने का महीना है, यह […]

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रमज़ान के फज़ाइल व मसाइल (4)

हदीस: नसई व इब्ने खुजैमा व हाकिम अबू उमामा रज़ियल्लाहु तआला अन्हु से रावी अर्ज की या रसूलुल्लाह मुझे किसी अमल का हुक्म फरमाये ! इरशाद फ़रमाया: रोजे को लाजिम लो कि इसके बराबर कोई अमल नही ! उन्होंने फिर वही अर्ज की ! वही जवाब इरशाद हुआ ! हदीस: बुखारी व मुस्लिम व तिर्मिज़ी […]

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रमज़ान के फज़ाइल व मसाइल (3)

हदीस: इमाम अहमद और बैहकी रिवायत करते हैं कि हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया रोज़ा सिपर(ढाल) है और दोज़ख़ से हिफाज़त का किला इसी के करीब-करीब जाबिर व उस्मान इब्ने अबिलआस व माज़ इन जबल रज़ियल्लाहु तआला से मरवी है ! हदीस: अबू यअला व बैहकी सलमा इबने कैस और अहमद बज्जार अबू हुरेरह […]

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रमज़ान के फज़ाइल व मसाइल (2)

हदीस: इब्ने माजा हजरते अनस रयिल्लाहु तआला अन्हु से रावी कहते हैं हजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: यह महीना आया इसमें एक रात हजार महीनों से बेहतर है ! जो इससे महरूम रहा हर चीज से महरूम रहा और इसकी खैर से वही महरूम जो पूरा महरूम है ! हदीस: बैहकी शोअबुल ईमान […]

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रमज़ान के फज़ाइल व मसाइल (1)

हदीस::- इब्ने माजा हजरते अनस रयिल्लाहु तआला अन्हु से रावी कहते हैं हजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: यह महीना आया इसमें एक रात हजार महीनों से बेहतर है ! जो इससे महरूम रहा हर चीज से महरूम रहा और इसकी खैर से वही महरूम जो पूरा महरूम है ! हदीस::- बैहकी शोअबुल ईमान […]