अंतरराष्ट्रीय

ना कोई प्रचार-प्रसार और ना ही किसी मुस्लिम से मुलाकात फिर भी कैसे मुस्लमान बन गईं यह लड़कियां

ना कोई प्रचार-प्रसार और ना ही किसी मुस्लिम से मुलाकात फिर भी कैसे मुस्लमान बन गईं यह लड़कियां

ऐतिहासिक

जंग ए बद्र: इस्लामी इतिहास का‌ पहला पवित्र युद्ध

इस्लामी तारीख़ की एक अहम जंग जिसमें मुसलमानों की तादात बहुत कम और कुफ्फार की तीन गुना ज्यादा थी लेकिन अल्लाह तआला ने इस जंग में मुसलमानों की मदद फरमाई और फतह हासिल हुई। जब नबी करीम ﷺ हिजरत करके मदीना तशरीफ़ लाए तो ये बात कुफ्फार ए मक्का को नागवार गुज़ारी और वो मुसलमानों […]

गोरखपुर शिक्षा

दीन-ए-इस्लाम में इल्म हासिल करने को कर्तव्य करार दिया गया है: कारी आबिद

अकबरी जामा मस्जिद अहमदनगर में सजी‌‌ दीनी महफिल गोरखपुर। अकबरी जामा मस्जिद अहमदनगर में दीनी महफिल सजी। क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत हुई। नात-ए-पाक मोहम्मद क़ासिद इस्माइली ने पेश की। अवाम के सवाल का जवाब क़ुरआन व हदीस की रोशनी में उलेमा-ए-किराम ने दिया। मस्जिद के इमाम कारी आबिद अली निज़ामी ने कहा कि नबी-ए-पाक हज़रत मोहम्मद […]

धार्मिक सामाजिक

इस्लाम में ब्लड डोनेशन

इस्लाम में ब्लड डोनेशन जाइज़ है । बल्कि इसके ज़रिये अगर किसी की जान बचती है यह बोहत अज्र और सवाब (पुण्य) का काम भी है। जैसा फ़रमाया क़ुरान में :-” ..जिसने जीवित रखा एक प्राणी को, तो वास्तव में, उसने जीवित रखा सभी मनुष्यों को…”(क़ुरान 5:32) यानी कि इसलाम में किसी की जान बचाना […]

जीवन चरित्र धार्मिक बरेली

मुल्क-ए-हिंदुस्तान में गरीब नवाज़ की देन है इस्लाम: अहसन मियां

प्रेस विज्ञप्तिदरगाह आला हज़रत, बरेली शरीफ17/02/2021 आज आज़म नगर में दरगाह- ए-आला हज़रत के सज्जादानशीन व टीटीएस के आलमी सदर मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) की सदारत (अध्यक्षता) में जश्न-ए-गरीब नवाज़ मनाया गया । अंजुमन ख्वाज़ा रज़ा चिश्तिया कमेटी की जानिब से महफ़िल का आगाज़ बाद नमाज़ ए ईशा हुआ । यहाँ मौलाना आसिफ […]

धार्मिक सामाजिक

इस्लाम मे आत्महत्या

इसलाम में आत्महत्या करना बिल्कुल मना है और इसे बोहत बड़ा गुनाह (पाप) बताया गया है। फ़रमाया क़ुरान मेंहे ईमान वालो! आपस में एक-दूसरे का धन अवैध रूप से न खाओ, परन्तु ये कि लेन-देन तुम्हारी आपस की स्वीकृति से (धर्म विधानुसार) हो और आत्म हत्या न करो, वास्तव में, अल्लाह तुम्हारे लिए अति दयावान् […]

धार्मिक

क्या क़ुरान तड़पा तड़पा के मारने का हुक्म देता है?

नफ़रत फैलाने वाले अकसर क़ुरान की कुछ आयतों को out of context (सन्दर्भ बदल कर) या तोड़ मरोड़ कर अपना agenda फैलाने का प्रयास करते रहते हैं। जैसे क़ुरान 9:5 हवाला देकर कह दिया कि कुरान तड़पा तड़पा कर मारने का हुक्म देता है। यदि आप इस सुरः को पूरा पड़ लें या सिर्फ इसके […]