उत्तर प्रदेश भारत का शहर बरेली विश्व के सुन्नी, सुफी खानकाही बरेलवी विचार धारा रखने वाले मुस्लिम समुदाय का भारत में सब से बडा केन्द्र है,इस शहरे बरेली के धर्मगुर,उल्मा ,मुफ्तियों और अमन पसंद सामाजिक कार्यकर्ताओं के संगठन “आपसी सौहार्द कौन्सिल” इस समय भारतिय समाज से नफरतों के जहर को दुर करने,हिन्दु मुस्लिम समुदाय के […]
बरेली
नफ़रत फैलाने वाले,देश और समाज को तोडने वाले कट्टरवादी संगठनों को प्रतिबंधित करना समय की आवश्यकता है: मुफ्ती सलीम
हिन्दु मुस्लिम समुदाय के बीच दूरी पैदा करने वाले,किसी समुदाय विशेष पर अत्याचार और उनको प्रताडित करने वाले तथा किसी धर्म विशेष की धार्मिक व सम्मानित शख्सियत पर अभद्र टिप्पणी करने वाले समस्त संगठनों को प्रतिबंधित किया जाना ही देश-हित में है: मुफ्ती सलीम प्रेस विज्ञप्तिदरगाह आला हज़रतबरेली शरीफ।भारत व नेपाल सुन्नी उलमा इत्तेहाद कौन्सिल” […]
मुफ्ती असजद मियां की दस्त बोसी व बैअत कर दुआएं, इजाजत लेते हुए अपने घरों को वापस हुएं ज़ायरीन
उर्स-ए-रज़वी में विषेश सहयोग के लिए उर्स प्रभारी ने जिला प्रशासन का शुक्रिया अदा किया। एयरपोर्ट खोलने पर जायरीनों ने जताई खुशी। बोले बरेली का सफर हुआ आसान। बरेली।दरगाह आला हजरत के संगठन जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एंव उर्स प्रभारी सलमान मिया ने आला हज़रत के 104वां उर्स-ए-रज़वी पर विषेश सहयोग के लिए जिला […]
मुफ़्ती आज़म-ए-हिन्द के ख़लीफ़ा सूफी अब्दुल लतीफ नूरी का उर्स से वापिस लौटते समय लखनऊ में हुआ इंतेक़ाल
बरेली शरीफमुफ़्ती-ए-आज़म हिन्द के ख़लीफ़ा हज़रत सूफी अब्दुल लतीफ नूरी (67 वर्ष) जो हसनपुर ज़िला बस्ती के रहने वाले थे। उर्स-ए-रज़वी में शिरकत करने बरेली शरीफ आये थे। कुल शरीफ के बाद शाम वापिस अपनी ख़ानक़ाह बस्ती रवाना हुए थे। लखनऊ पहुँचने के बाद अचानक तबियत बिगड़ी। अलीगंज स्थित अपने मुरीद ज़ाफ़र अली के निवास […]
मस्जिदों और मदरसों को निशाना न बनाए हुकूमत-ए-हिंद: मुफ्ती असजद मियां
बरेली। दरगाह आला हज़रत/ताजुश्शरियाइमाम अहले सुन्नत सरकार आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खां फाजिले बरेलवी का 104वा उर्स-ए-रजवी बड़ी ही अकीदत के साथ दरगाह ताजुश्शरिया और सीबीगंज स्थित मदरसा जामियातुर्रज़ा में काज़ी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रज़ा खां कादरी (असजद मियां) की सरपरस्ती और जमात रज़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उर्स प्रभारी सलमान मियां की सदारत […]
बरेली: मुफ़्ती अज़म-ए-हिन्द, जिलानी मियां व रेहाने मिल्लत के कुल शरीफ की अदा की गई रस्म
हक़्क़नियत के अलमबरदार थे मुफ्ती-ए-आज़म हिन्द ख़ानक़ाही व सूफी विचार धारा की तब्लीग के लिए दो दर्जन से अधिक मुल्कों का दौरा किया था रेहाने मिल्लत ने। दरगाह आला हज़रतबरेली शरीफ।आज आला हज़रत फ़ाज़िले बरेलवी के 104 वा उर्से रज़वी के दौरान आज मुफ्ती-ए-आज़म हिन्द,मुफ़स्सिर-ए-आज़म व रेहाने मिल्लत के कुल शरीफ की रस्म दरगाह प्रमुख […]