बरेली।।
ईद मिलाद-उल-नबी के पावन अवसर पर मरकज़ी दारुल-इफ्ता के वरिष्ठ मुफ्ती अब्दुल रहीम निश्तर फारूकी ने देश के सभी मुसलमानों मुबारकबाद दी है और उनसे अपील की है कि जुलूसे मुहम्मदी को शरीअते मुहम्मदी का पाबंद बनायें और कोई भी -ग़ैर इस्लामी हरकत न ख़ुद करें न दूसरों को करने दें। अल्लाह सर्वशक्तिमान ने दुनिया में फैली बुराइयों को रोकने के लिए अपने प्यारे पैगंबर को इस दुनिया में भेजा और उन्होंने समाज में फैली सभी बुराइयों को मिटा दिया, बच्चों के लिए करुणा, बड़ों, बुजुर्गों और महिलाओं के सम्मान का हुक्म दिया। उन्होंने सभी को क्रूरता, अन्याय और अधिकारों के हनन से बचने का आदेश दिया। अफसोस की बात है कि आज हमारे अंदर वो सारी बुराइयां पैदा हो गई हैं जिन्हें हमारे पैगम्बर ने जीवन भर दूर करने की कोशिश की। उन्होंने मोहम्मदी जुलूस को विशेष रूप से डीजे से बचाने के साथ-साथ गाने के बोल में पढ़ी गई नात को न पढ़ने की अपील की, उन्होंने कहा कि यह नाते पाक की पवित्रता को दूषित करता है और सवाब के बजाय अजाब गले पड़ जाता है। मुफ्ती साहब के हवाले से जमात रज़ा के प्रवक्ता समरान खान ने बताया कि सम्मान और शिष्टता के साथ जुलूस निकालें और अनावश्यक शोर-शराबा करने से बचें।
समरान खान
मीडिया प्रभारी
जमात रज़ा ए मुस्तफा
दरगाह आला हजरत।