कविता धार्मिक

रमज़ान जा रहा है

कविता: रमज़ान जा रहा हैकवि: नासिर मनेरीसंस्थापक व अध्यक्ष: मनेरी फाउंडेशन, इंडिया ग़मगीन सब को कर के मेहमान जा रहा है।कर के उदास माह-ए-गुफरान जा रहा है।। मस्जिद की रौनकें भी अब खत्म हो रही हैं।सदमा हज़ार देकर रमज़ान जा रहा है।। रोजा नमाज़, सहरी, इफ्तारी व तरावीह।हमराह-ए-हर सआदत मेहमान जा रहा है।। रहमत थी, […]

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आला हज़रत और 8 रबीउल अव्वल

जब आशिकाने मुस्तफा अपने नबी ﷺ की आमद की खुशियां मनाते हैं तो कुछ कालिमा पढ़ने वालों को ही बहुत तकलीफ होती है ओर उन की ये परेशानी ऐतेराज़ बन कर हमारे सामने आती है।रबीउल अव्वल की बारहवी तारीख को हुज़ूर -ए- अकरम ﷺ, की आमद का जश्न मनाया जाता है तो इस पर ये […]

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वह कमाल हुस्न ए हुजूर है

उम्म ए मुबारक फरमाती हैं :- हुजूर सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम बहुत हसीन,सफेद, चमकता चेहरा,जैसे कलियों में एक ताजगी होती है। ,हुजूर सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम का रंग नई कलियों की तरह चमकता था, और उम्म ए मबारक फरमाती हैं। आप सल्लल्लाहु अलैहि सल्लम ना इतने मोटे थे की नजरों में खटकें और ना ही इतने दुबले […]

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अपने आक़ा के मीलाद(जन्म दिवस) पर दिल खोलकर करें गरीबों की मदद: मौलाना सैफुल्लाह खां अस्दक़ी

अगर आप पर आज़माईश का समय चल रहा हो और आप सख़्त इम्तिहान से गुज़र रहे हों तो इं शा अल्लाह! आप इम्तिहान में कामयाब भी होंगे और आज़माईश से छुटकारा भी पाएंगे आसान तरीक़ा: अपने आक़ा व मौला, रहमते आ़लम, हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अ़लैहे वसल्लम की मोहब्बत में डूबकर सोम व सलात की […]

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क्यों ना मनाएं हम ईद मिलाद-ए-रसूल

12 रब्बी उल अव्वल पर तमाम उलेमा ए इस्लाम का इजमा है के इस दिन दो जहान के सुल्तान प्यारे आका मुहम्मद मुस्तफा ( सल्ललाहु अलैही वसल्लम ) सारे आलम के लिए रहमत बनकर दुनिया में तशरीफ़ लाए ! और इसी दिन सारी दुनिया में मुसलमान ( सिर्फ सुन्नी ) अपने नबी की विलादत का […]

मसाइल-ए-दीनीया

अक़ीक़ा और ख़तना

अक़ीक़ा– अक़ीक़ा बच्चे की पैदाईश से 7वें दिन करना सुन्नत है लेकिन अगर नहीं किया है तो उम्र भर में कभी भी कर सकता है सुन्नत अदा हो जायेगी,अक़ीक़े में लड़के के लिए 2 बकरा और लड़की के लिए 1 बकरी ज़बह करना अफज़ल है लेकिन अगर लड़के में 2 की जगह 1 कर दिया […]

धार्मिक

जुम्आ़ और QR कोड

ज़रा सोचें कि आप किसी मस्जिद में जुमुआ़ की नमाज पढ़ने गए और इमाम साहिब ने दौराने तक़रीर यह कहा कि आप लोग यहाँ से जाते वक़्त बाहर लगा QR कोड स्कैन करके हमारा व्हाट्सएप ग्रुप जॉइन कर लें ताकि हमारी भेजी हुई दीनी मा’लूमात से आप रोज़ाना कुछ ना कुछ सीख सकें……! ये सुनकर […]

ऐतिहासिक धार्मिक विचित्र

ताबूत-ए-सकीना क्या है ?

यह शमशाद की लकड़ी का एक सन्दूक था, जो हज़रत आदम عليه السلام पर नाज़िल हुआ था, यह आपकी आख़री ज़िन्दगी तक आपके ही के पास रहा, यहाँ तक कि यह हज़रत याकूब عليه السلام को मिला और आप के बाद आपकी औलादे बनी इस्राईल के क़ब्ज़े में रहा और हज़रत मूसा عليه السلام को […]

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इस्लामी नया साल; खुद की समीक्षा का दिन

लेख: मोहम्मद शोऐब रज़ा निज़ामी फैज़ीप्र०अ०: मदरसा रज़विया ज़ियाउल उलूम, परसा ककरहीसंस्थापक व संपादक: हमारी आवाज़(वेब पोर्टल) गोला बाज़ार गोरखपुर मुहर्रम-अल-ह़राम का महीना जहां इस्लामिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, वहीं इस्लामिक कैलेंडर में नया साल भी मुहर्रम के चांद से शुरू होता है। चांद दिखना एक इस्लामिक साल के अंत और दूसरे साल […]

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हराम को छोड़ने का नतीजा

दमिशक़ में एक बहुत बड़ी मस्जिद है जो “मस्जिदे जामे तौबा” के नाम से मशहूर है-उसमें एक तालिबे इल्म कि जो बहुत ज़्यादा गरीब और इज़्ज़ते नफ्स में मशहूर था वो उसी मस्जिद के एक कमरे में रहता था-दो रोज़ गुज़र चुके थे कि उसने कुछ नहीं खाया था और उसके पास खाने के लिए […]