लेखक: जावेद शाह, खजराना मेहमान जी हमारा होता हैवो जान से प्यारा होता है। शैलेन्द्र की लिखी इन लाइन की कद्र करना शायद इंदौरी नेता भूल गए है जो सफाई का तमगा हासिल करने में सारे भारत में पांचवी बार लगातार अव्वल आए है।लेकिन मेहमाननवाजी करने में पिछड़ों को भी पछाड़ दिया। जो सदियों से […]
राजनीतिक
यूपी विधानसभा चुनाव: जनता किसे वोट करे? तंज़ीम फारग़ीन-ए-अमजदीया सन 2010 ई०
आधिकारिक तौर पर भारत समेत पांच राज्यों में 10 फरवरी से विधानसभा चुनाव होंगे। मतदान केंद्र की घोषणा से पहले, “तंज़ीम फारग़ीन-ए-अमजदिया सन 2010ई०” के शाहीन सिफत यंग जीयाले उलेमा-ए-कराम ने सही जगह पर मतदान करके लोगों को उनके अधिकारों और हितों के लिए जगाने का एक दुर्लभ प्रयास किया है।” तंज़ीम के बैनर तले […]
नफरती कौन? उवैसी या सेक्युलर नेता!!
लेखक : मुहम्मद ज़ाहिद अ़ली मरकज़ी (कालपी शरीफ)चेयरमैन- तहरीक उ़लमाए बुंदेलखंडसदस्य- रोशन मुस्तक़बिल दिल्लीअनुवादक : मुहम्मद तशहीर रज़ा मरकज़ी, शाहजहांपुर भारतीय राजनीति में दो प्रकार के नेता होते हैं: एक नफरत करने वाले, एक प्रेम करने वाले, आमतौर पर सेक्युलर पार्टियों और उनके नेताओं को प्रेमी दल माना जाता है, जबकि नफरती समूह भाजपा या […]
जाट लैंड की राजनीतिक डगर और मुसलमान
लेखक : मुहम्मद ज़ाहिद अ़ली मरकज़ी (कालपी शरीफ)चेयरमैन तहरीक उ़लमाए बुंदेलखंडसदस्य रोशन मुस्तक़बिल, दिल्लीअनुवादक : मुहम्मद तशहीर रज़ा मरकज़ी, शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश में इस समय राजनीतिक तापमान पूरे चरम पर है और हर तरह की खिचड़ी पकने के लिए हाण्डियां चढ़ चुकी हैं, यह खिचड़ी सियासी खिचड़ी है जिसमें हर कोई मुसलमानों को तेजपत्ता की […]
इस्लाम पर विजयवर्गीय की टिप्पणी इतिहास की अज्ञानता
भाजपा के महासचिव को अपनी जानकारी दुरुस्त करके मुस्लिम समाज से माफ़ी मांगना चाहिए: राकेश सिंह यादव इन्दौर । भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दीपावली पर्व पर नफ़रत का मनगढ़ंत इतिहास अपने संदेश में बताया है। आरएसएस की पाठशाला में देश का इतिहास नहीं पढ़ाया जाता हैं इसलिए शायद विजयवर्गीय को भारत की […]