पोरबंदर।
गुजरात के पोरबंदर में पुलिस ने एक मौलाना साहब को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वे दूसरे मुस्लिम युवकों को भारत का राष्ट्रगान गाने और ध्वज को सलामी देने से मना कर रहें थे। पुलिस को सोशल मीडिया पर वायरल एक ऑडियो क्लिप की जानकारी मिली थी। इसके बाद पोरबंदर पुलिस ने मौलाना को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार, 11 अगस्त को आरोपी मौलाना वासीत रज़ा के खिलाफ कीर्तिमंदिर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज हुई, समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक एसपी भागीरथ सिंह जडेजा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया:
“जनवरी 2023 में नगीना मस्जिद के मौलवी से एक वॉट्सऐप ग्रुप में पूछा गया था कि क्या मुसलमानों को तिरंगे को फहराना चाहिए, राष्ट्रगान गाना चाहिए और तिरंगे को सलाम करना चाहिए. मौलवी ने अपने जवाब में कहा था कि मुसलमानों को तिरंगा फहराना चाहिए, पर उसे सलाम नहीं करना चाहिए. राष्ट्रगान गाने वाले सवाल पर मौलवी ने कहा कि इसे नहीं गाना चाहिए. मौलवी के मुताबिक इस इस गाने में इस्तेमाल किए गए कुछ शब्दों के वजह से मुसलमानों को इसे नहीं गाना चाहिए।”
रिपोर्ट के मुताबिक, मौलाना बहार-ए-शरीयत नाम के वॉट्सऐप ग्रुप के एडमिन हैं. इसी ग्रुप में उनसे राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान पर राय पूछी गई थी, एसपी जडेजा ने बताया कि उन्हीं की एक ऑडियो क्लिप कीर्तिमंदिर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर का आधार बनी।
पुलिस ने आरोपी मौलाना वसीत रजा को देश विरोधी बयान देने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है। उनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है, जांच जारी है।