लुधियाना में हिंदुओं का प्राचीन संगला वाला शिवाला मंदिर रविवार को उस समय कुछ असामाजिक तत्वों ने जंग का मैदान बन गया जब पंजाबी सिंगर जी खान वहां अपनी गलती की माफी मांगने पहुंचे थे। हैरानी की बात यह है कि प्राचीन संगला वाला शिवाला मंदिर को जंग का मैदान बनाने में खुद को हिंदू नेता बताने वाले भी शामिल थे। वह यहीं नहीं रुके बल्कि मंदिर प्रांगण में ही गाली-गलौज की और और ईंट-पत्थर चलाकर मंदिर की मर्यादा को भंग किया। मंदिर के मुख्य सेवादार एवं महंत नारायण दास पुरी ने उन्हें रोकने की काफी कोशिश की लेकिन हमलावरों ने उन्हें भी धक्के दिया और दुर्व्यवहार किया। मंदिर के बाहर भी कुछ नेता भिड़ते नजर आए। सूचना के बाद कई थानों की पुलिस के साथ आला अधिकारी वहां पहुंचे। इतने में हमलावर वहां से फरार हो गए। पुलिस ने वहां से सीसीटीवी कैमरे की फुटेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। पंजाबी गायक जी खान ने कुछ दिन पहले गणेश उत्सव के दौरान मंच से अश्लील गाना गया था। इसके बाद शिवसेना पंजाब ने संत समाज की अध्यक्षता में इसका विरोध किया और थाना डिविजन दो में गायक के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। अदालत ने जी खान को जमानत भी दे दी है।
Related Articles
पंजाब के फगवाड़ा गाँव मे भाजपाईयो की नो इंटरी
फगवाङा: हमारी आवाज़ / ३० दिसंबर (संवाददाता) सेंट्रल के तीन कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बीच, पंजाब के पहारा गांव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं का पहले से ही विरोध है। लेकिन अब ‘नो एंट्री’ के बैनर उनके लिए दिखने लगे हैं। चक प्रेमा गाँव के बाहर आज भी […]
सोशल मीडिया पर पंजाब के डीएवी पब्लिक स्कूल में फायरिंग की धमकी से दहशत
अमृतसर।पंजाब के अमृतसर में शहर की पॉश कालोनी लारेंस रोड स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में 8 सितंबर को फायरिंग करने को लेकर मैसेज वायरल होने के बाद शहर में दहशत फैल गई। इसकी जानकारी मिलने पर देर रात इस पूरे इलाके को छावनी में तबदील कर दिया। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए […]
मुसल्मानों को जुमा की नमाज़ से रोकना हरियाणा सरकार का नाजायज़ और अस्वीकार्य कृत्य: मौलाना सुलैमान अशरफ़ हामिदी
शहर इमाम ईदगाह, सम्भल ने की कड़ी निन्दा मौलाना सुलैमान अशरफ़ हामिदी ने अपने प्रेस नोट में कहा है कि गुड़गांव में मुसलमानों की बड़ी आबादी है और इस व्यवसायिक शहर में मुसल्मान नौकर बड़ी संख्या में हैं सरकार की ओर से मस्जिद निर्माण की अनुमति न मिलने के कारण मुसल्मान खुली जगहों में नमाज़ […]