धार्मिक

रमज़ान के फज़ाइल व मसाइल (4)

हदीस: नसई व इब्ने खुजैमा व हाकिम अबू उमामा रज़ियल्लाहु तआला अन्हु से रावी अर्ज की या रसूलुल्लाह मुझे किसी अमल का हुक्म फरमाये ! इरशाद फ़रमाया: रोजे को लाजिम लो कि इसके बराबर कोई अमल नही ! उन्होंने फिर वही अर्ज की ! वही जवाब इरशाद हुआ ! हदीस: बुखारी व मुस्लिम व तिर्मिज़ी […]

धार्मिक

रमज़ान के फज़ाइल व मसाइल (3)

हदीस: इमाम अहमद और बैहकी रिवायत करते हैं कि हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया रोज़ा सिपर(ढाल) है और दोज़ख़ से हिफाज़त का किला इसी के करीब-करीब जाबिर व उस्मान इब्ने अबिलआस व माज़ इन जबल रज़ियल्लाहु तआला से मरवी है ! हदीस: अबू यअला व बैहकी सलमा इबने कैस और अहमद बज्जार अबू हुरेरह […]

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रमज़ान के फज़ाइल व मसाइल (2)

हदीस: इब्ने माजा हजरते अनस रयिल्लाहु तआला अन्हु से रावी कहते हैं हजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: यह महीना आया इसमें एक रात हजार महीनों से बेहतर है ! जो इससे महरूम रहा हर चीज से महरूम रहा और इसकी खैर से वही महरूम जो पूरा महरूम है ! हदीस: बैहकी शोअबुल ईमान […]

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रमज़ान के फज़ाइल व मसाइल (1)

हदीस::- इब्ने माजा हजरते अनस रयिल्लाहु तआला अन्हु से रावी कहते हैं हजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: यह महीना आया इसमें एक रात हजार महीनों से बेहतर है ! जो इससे महरूम रहा हर चीज से महरूम रहा और इसकी खैर से वही महरूम जो पूरा महरूम है ! हदीस::- बैहकी शोअबुल ईमान […]