एक बोटी गोश्त और थाने में एक कुर्सी के इर्दगिर्द घूमती मुस्लिम राजनीति पर एक विशेष विश्लेषण लेखक: मुहम्मद ज़ाहिद अली मरकज़ी कालपी शरीफ़अध्यक्ष: तहरीक-ए-उलमा-ए-बुंदेलखंड।सदस्य: रौशन मुस्तक़्बिल दिल्ली। जिसने कुछ एहसां किया, एक बोझ सर पर रख दियासर से तिनका क्या उतारा, सर पे छप्पर रख दिया जलाल लखनवी की यह पंक्तियाँ मुसलमानों की राजनीतिक […]
राजनीतिक
मुस्लिम नेतृत्व और राजनीतिक “स्लो पाॅइज़न
मुस्लिम नेताओं की राजनीति ख़त्म करके उन्हें देश व समाज का ग़द्दार साबित करने वाले सेक्युलरिज़्म के ठेकेदारों की सच्चाई बयान करता एक लेख। लेखक: मुहम्मद ज़ाहिद अली मरकज़ी, कालपी शरीफचेयरमैन: तहरीक उलमा ए बुंदेलखंडमेम्बर: रोशन मुस्तक़बिल, दिल्लीअनुवादक: मुहम्मद तशहीर रज़ा मरकज़ी, शाहजहांपुर “स्लो पाॅइज़न” नाम तो सुना ही होगा, यह एक ऐसा ज़हर है […]
अंसारी परिवार पर समाजवाद के डोरे
लेखक- मुहम्मद जाहिद अली मरकजी़ कालपी शरीफ।चेयरमैन-तहरीक ए उलमा ए बुंदेलखंड।सदस्य- रोशन मुस्तकबिल दिल्ली। समाजवादी पार्टी में मुख्तार अंसारी के भाई सिब्गतुल्लाह अंसारी की के शामिल होने के बाद अब मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के आने की नहीं चर्चा है। हालांकि सिब्गतुल्लाह साहब या किसी मुस्लिम लीडर की स्थिति वहां क्या है इस […]
ओवैसी की मदद अखिलेश की मदद है
मुहम्मद ज़ाहिद अली मरकज़ी कालपी शरीफ़ अध्यक्ष: तहरीक उलमाए बुंदेल खंडसदस्य: रोशन मुस्तक़बिल दिल्ली हमारे अक्सर मुस्लिम भाई यह समझते हैं कि मुस्लिम नेतृत्व को समर्थन करने से कोई लाभ नहीं होगा, क्योंकि उनकी सरकार तो बनना नहीं है, इसलिए वोट बर्बाद न किया जाए – क्या आपने कभी सोचा है कि 403 सीटों वाली […]