हुए नामवर बे-निशाँ कैसे कैसेज़मीं खा गई आसमाँ कैसे कैसेन गोर-ए-सिकंदर न है क़ब्र-ए-दारामिटे नामियों के निशाँ कैसे कैसे तब तज़किरा हो मोहम्मद बिन क़ासिम का तो अमीर मीनाई का लिखा हुआ ये शेर ज़ेहन में आ ही जाता है एक ऐसा शख्स जिसने इतनी कम उम्र में सिंध फतह कर लिया और वो मक़ाम […]
ऐतिहासिक
आज के दिन: अमीर-ए-आज़म सुल्तान मुराद(प्रथम) की वफात
सुल्तान मुराद(प्रथम) का दौर सल्तनत-ए-उस्मानिया के लिए कई मायने में बहुत अहम साबित हुआ था। उन्होंने ही एड्रियानोपल शहर को फ़तेह किया था और इसका नाम बदलकर एड्रिन रख दिया था। जो कुस्तुन्तुनिया फ़तेह होने से पहले तक सल्तनत का दारुलहकूमत बना रहा। उन्होंने बलकान के ज़्यादातर इलाकों को सल्तनत में मिलकर जुनूबी यूरोप (South […]