ताहिर कमाल सिद्दीकी
इंदौर। हरदिल अज़ीज़ गायक मोहम्मद रफी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से ही लगाया जा सकता है कि बरसों बाद भी उनके गाए गीत लोगो की जुबां पर है। रफी के आवाज के जादू से रोशन एक शाम “रफी के आयाम” महफ़िल 20 अगस्त को शाम 6:45 बजे जालसभा गृह पर सजेगी। एक ऐसी रूहानी आवाज़ जो कभी क़ुदरत के करीब कर दे, और वही आवाज़ जब किसी मजनूं के कंठ से निकलती हुई सुनाई दे, तो बरबस ही आंखों से विरह के अश्रु निकाल दे। ‘रफी साहब’ की रूहानी आवाज़ के इन्ही बेपनाह आयामो को पिरोने का प्रयास किया जा रहा है। संस्था परिवर्तन की मेज़बानी में 20 अगस्त को होने वाले संगीत कार्यक्रम ‘रफी के आयाम’ को ख़ास बनाने के लिए तैयारी की जा रही है । इस अनूठे कार्यक्रम में रफ़ी साहब के कुछ चुनिंदा सदाबहार नग़मे सुनने को मिलेंगे जो उनकी आवाज और अलग अलग अंदाज़ों से रूबरू करवाते हैं। साथ ही होंगे वो गीत जिन्होंने रफ़ी को शहंशाह-ए-मौसिक़ी बनाया । इस सुरीली महफ़िल में मनीष काबरा, संदीप कनोजिया, अनुभा खाडिलकर, दीप्ति पाठक और सुहानी दासुंदी के प्रमुख स्वर होंगे। संगीत संयोजन अभिजीत गौड़ एवं साथियों का होगा। सूत्र संचालन संजय आनंद करेंगे।