गोरखपुर। ईद-उल-फित्र की नमाज़ के लिए ईदगाहों व मस्जिदों में तैयारियां तेज हैं। साफ-सफाई व रंग रोगन जारी है। ईदगाह मुसलमानों के दो सबसे बड़े त्योहारों ईद-उल-फित्र और ईद-उल-अज़हा की ख़ुशी मनाने के लिए है। यहीं पर दो रकात नमाज़ अदा कर बंदे अल्लाह का शुक्र अदा करते हैं और खुशियां मनाते हैं। ईदगाहें के अलावा शहर में मौजूद कई दर्जन मस्जिदों मे भी ईद-उल-फित्र की नमाज़ की तैयारियां तेज हैं। कारी मोहम्मद अनस रज़वी ने बताया कि ईदगाह का अर्थ होता है ख़ुशी की जगह या ख़ुशी का वक्त। यह ऐसी जगह है जहां पर बंदे दो रकात नमाज़ पढ़कर अल्लाह का शुक्र अदा करते हैं। जब बंदा 29 दिन या 30 दिन का रोज़ा पूरा कर लेता है तो अल्लाह तआला उसे ख़ुशी मनाने का हुक्म देता है।
Related Articles
रज़ा-ए-इलाही में गुजरा रहमत का पहला अशरा, मग़फिरत का शुरू
गोरखपुर। मुकद्दस रमज़ान का दसवां रोज़ा व पहला अशरा रहमत का रज़ा-ए-इलाही में गुजरा। बंदों ने रोज़ा, नमाज़, तिलावत, तस्बीह, खैरात व जकात के जरिए अल्लाह को राज़ी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। तहज्जुद, इशराक, चाश्त, सलातुल अव्वाबीन, सलातुल तस्बीह की नमाज़ कसरत से पढ़ी। दस दिन तक अल्लाह का फज़्ल व करम खुशूसी […]
गोरखपुर: मदरसा हुसैनिया से निकाला जुलूस-ए-मोहम्मदी
गोरखपुर। मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया। जुलूस अपने निर्धारित मार्ग पर होता हुआ मदरसे पर समाप्त हुआ। जुलूस में लोग इस्लामिक परचम लेकर चल रहे थे। नात-ए-पाक व इस्लामी नारों की सदा बुलंद की जा रही थी। जुलूस समाप्ति के बाद ईद-ए-मिलादुन्नबी की महफिल हुई। जिसमें उलमा-ए-किराम ने पैगंबरे इस्लाम […]
पांचवीं मुहर्रम: शान से निकला इमामबाड़ा इस्टेट का शाही जुलूस
पांचवीं मुहर्रम: शान से निकला इमामबाड़ा इस्टेट का शाही जुलूस