महराजगंज: मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (MSO) की महराजगंज यूनिट ने आज नौतनवां क्षेत्र के कई इलाकों में बैठक आयोजित की। जिसमे संगठन के विस्तार और मजबूती को लेकर ज़ोर दिया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए एमएसओ के प्रदेश मिडिया इंचार्ज शम्से आलम मिस्बाही ने संगठन के बारे में जानकारी दी। उन्होने बताया कि एमएसओ देश की सुन्नी-सूफी मुस्लिमों नौजवानों की सबसे बड़ी संस्था है। जो देश भर में मुस्लिम युवाओं की शिक्षा , इस्लामी शिक्षा और रोज़गार के लिए काम कर रही है।
उन्होने कहा कि एमएसओ की देश के कई विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में यूनिट है। जिनमे जेएनयू, जामिया, एएमयू, उस्मानिया यूनिवर्सिटी, बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी, राजस्थान यूनिवर्सिटी आदि शामिल है। जहां एमएसओ शिक्षा के साथ छात्रों को सूफीवाद और इस्लामी माहौल से भी जोड़ रही है।
शम्से आलम मिस्बाही ने बताया कि इस समय देश की सबसे बड़ी समस्या कट्टरवाद है। जो नौजवानों में बड़े पैमाने पर पनप रहा है। आज सोशल मीडिया के जरिये युवाओं को बरगलाया जा रहा है। ऐसे में युवाओं को सूफीवाद से जोड़ कर ही कट्टरवाद का मुक़ाबला किया जा सकता है।
उन्होने कहा कि सूफीवाद ही देश को एकता के सूत्र में बाधने का सबसे बड़ा जरिया है। जो धर्म, जात-पात आदि से ऊपर उठकर भाईचारे को बढ़ावा देता है। उन्होने युवाओं से सूफीवाद और इस्लामी माहौल को अपनाने और देश भर में फैल रही कट्टर विचारधाराओं से दूर रहने की अपील की।
बैठक में MSO महराजगंज यूनिट के सदर नुरुलहोदा साहब, वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टरअसलम साहब, ज्वॉइन सेक्रेटरी मौलाना जमशेद नीज़ामी, मौलाना कुतबुद्दीन नेज़ामी, मुबारक हुसैन ज्वॉइन सेक्रेटरी, मोइनुद्दीन खान और भी बहुत से लोग मौजूद रहे।
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