लेखक: मुशताक अहमद बरकाती खिलजी अनवारी अल मोईन वेल्फेयर सोसायटी,पोकरण7742082056 दौलत मन्दी की मस्ती से खुदा की पनाह मांगो यह एक ऐसी लमबी मसती है जिस से बहुत देर बाद होश आता है । आज का इंसान दौलत के नशे में इतना मद होश हो चुका है उसे बस दौलत के अलावा कोई चीज़ पयारी […]
रमज़ानुल मुबारक में नेकियों का सवाब बढ़ाकर 70 से 700 गुना तक कर दिया जाता है।📚 बहारे शरीयत,जिल्द 1,हिस्सा 5 जिसने किसी रोज़ादार को सिर्फ एक खजूर से ही अफ्तार करा दिया तो उसे उतना ही सवाब मिलेगा जितना रोज़ादार को मिला।📚 बहारे शरीयत,जिल्द 1,हिस्सा 5 जिसने मक्का शरीफ में रमज़ान पाया तो उसे एक […]
लेख: मोहम्मद शोऐब रज़ा निज़ामी फैज़ीप्र०अ०: मदरसा रज़विया ज़ियाउल उलूम, परसा ककरहीसंस्थापक व संपादक: हमारी आवाज़(वेब पोर्टल) गोला बाज़ार गोरखपुर मुहर्रम-अल-ह़राम का महीना जहां इस्लामिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, वहीं इस्लामिक कैलेंडर में नया साल भी मुहर्रम के चांद से शुरू होता है। चांद दिखना एक इस्लामिक साल के अंत और दूसरे साल […]