दीपक तिजोरी को कुंदन शाह ने फिल्म ‘कभी हां कभी ना’ के लिए ऑफर दिया. इस फिल्म में शाहरुख खान लीड रोल में थे। शाहरुख का नाम सुनते ही दीपक इस फिल्म में काम नहीं करना चाहते थे। फिर जब कुंदन ने इस पर सोचने के लिए कहा तो खेल करवा दिया।
एक इंटरव्यू के दौरान दीपक तिजोरी ने इस मजेदार किस्से को लेकर बताया कि
‘एक समय शाहरुख खान, कुंदन, अजीज मिर्जा, सईद मिर्जा एक टीम थे।
मैं, राहुल भट्ट, पूजा भट्ट, विक्रम भट्ट एक टीम के लोग थे।
लेकिन जब मुझे पता चला कि ये लोग शाहरुख खान को एक हीरो की तरह लॉन्च करने वाले हैं तो मैंने सोचा- ‘बॉस इधर खतरा है, मुझे इसमें शामिल नहीं होना है’
दीपक ने जबरन पढ़ी स्क्रिप्ट।
दीपक तिजोरी ने बताया, ‘जाने भी दो यारो’ के बाद मैं कुंदन शाह का बड़ा फैन था और मैं उनके साथ काम करना चाहता था। जब कुंदन ने मुझे कॉल किया तो मेरे लिए खुशी की बात थी।लेकिन मैं ‘कभी हां कभी ना’ नहीं करना चाहता था क्योंकि शाहरुख खान हीरो थे।
मेरी हिचकिचाहट देखकर कुंदन ने कहा कि स्क्रिप्ट तो पढ लो।
खैर दीपक ने ना सिर्फ स्क्रिप्ट पढ़ी बल्कि उसमें बदलाव भी करवा दिया। बदलाव ये था कि फिल्म की हिरोइन शाहरुख खान की जगह दीपक को मिल जाती है।
इसे लड़की कैसे मिल गई?
दीपक ने याद करते हुए बताया, ‘जब फिल्म रिलीज हुई तो बहुत गालियां पड़ीं। लोगों ने कहा कि इसे लड़की कैसे मिल गई?
फिल्म की एंडिंग की वजह से फिल्म चर्चा में रही।
स्क्रिप्ट बदल देने से किस्मत नहीं बदल सकते।
शाहरुख खान को इस फिल्म में बेहतरीन अदाकारी करने पर फिल्म फेयर अवार्ड मिला था।
बता दें कि ‘कभी हां कभी ना’
शाहरुख के शुरुआती दिनों की फिल्म है।
शाहरुख ने साल 1992 में बॉलीवुड डेब्यू किया था, उसके ठीक 2 साल बाद ही ये फिल्म रिलीज हुई थी।
वक्त बदलते देर नहीं लगती।
वक्त बदला।
बाज़ीगर पहले दीपक तिजोरी को लेकर बनने वाली थी लेकिन अब्बास मस्तान ने ना सिर्फ दीपक को फिल्म से बाहर किया बल्कि उनके आयडिया को भी चुरा लिया।
28 अगस्त सयाने एक्टर दीपक तिजोरी जी की 62वी सालगिराह है सोचा ये दिलचस्प किस्सा शेयर कर लूं।
✍️ जावेद शाह खजराना (लेखक)