गोरखपुर। जुमेरात को बेनीगंज ईदगाह रोड मस्जिद में उर्स-ए-ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ अकीदत के साथ मनाया गया। नात व मनकबत कारी आबिद अली निज़ामी ने पेश की।
मुख्य अतिथि मौलाना जहांगीर अहमद अज़ीज़ी ने कहा कि सरजमीनें हिंद पर वलियों का राज है और हिंद के वलियों के सरदार ख्व़ाजा ग़रीब नवाज़ हैं। ग़रीब नवाज़ हिन्दल वली, हिन्द के बादशाह हैं। आपने सभी का दिल जीता। ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ आज से कोई आठ सौ साल पहले सैकड़ों मील का कठिन सफर तय करते हुए अल्लाह व रसूल का पैगाम लिए जब ईरान से हिन्दुस्तान के अजमेर में पहुंचे तो जो भी आपके पास आया वह आपका होकर रह गया। आपके दर पर आने वालों में दीन-ओ-धर्म, अमीर-गरीब, बड़े-छोटे किसी भी तरह का भेदभाव नहीं है। सब पर आपके रहम-ओ-करम का नूर बरसता है। तब से लेकर आज तक राजा हो या रंक, हिन्दू हो या मुसलमान, जिसने भी आपकी चौखट चूमी वह खाली नहीं गया।
अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क व कौम के लिए दुआ मांगी गई। अकीदतमंदों में शीरीनी बंटी। उर्स में मस्जिद के पेश इमाम कारी मो. शाबान बरकाती, मो. शमीम, मो. इब्राहीम, मो. इजहार खान, शम्स अत्तारी, अब्दुर्रहीम, मो. नदीम, मो. शादाब, मो. सलीम ‘बब्लू’ आदि मौजूद रहे।