महाराजगंज

केवल खाने-पीने पर बंदिशों का नाम रोजा नहीं, बल्कि खुद को अनुशासन में रखने का रूहानी प्रशिक्षण भी है रोजा नूरुलहुदा मिस्बाही

गोरखपुर,( प्रेस विज्ञप्ति) रमजान में भलाई के चाहने वालों को भलाई के काम पे आगे बढ़ना चाहिए और बुराई के चाहने वालों को अपनी बुराई से रुक जाना चाहिए।हज़रत मुहम्मद ﷺ ने फरमाया: जब रमजान की पहली रात होती है तो शैतान और सरकश जिन जंजीरों में जकड़ दीए जाते हैं, जहन्नम के दरवाजे बंद […]

मसाइल-ए-दीनीया

रोज़ा के अहम और ज़रूरी मसाइल

मसअला: भूल कर खाने पीने या जिमआ करने से रोज़ा नहीं टूटेगा। (बहारे शरीअत,हिस्सा 5,सफह 112) मसअला: बिला कस्द हलक में मक्खी धुआं गर्दो गुबार कुछ भी गया रोज़ा नहीं टूटेगा। (बहारे शरीअत,हिस्सा 5,सफह 112) मसअला: बाल या दाढ़ी में तेल लगाने से या सुरमा लगाने से या खुशबू सूंघने से रोज़ा नहीं टूटता अगर […]

मसाइल-ए-दीनीया

रोज़ा न तोड़ने वाली चीज़ें

सवाल: वह चीज़ें जिनसे रोज़ा नहीं टूटता और ना ही मकरूह होता है कौन कौन सी हैं? ۞۞۞ जवाब ۞۞۞ حامدا و مصلیا و مسلما १- ताज़ा मिस्वाक करना२- सर या मूंछो पैर तेल लागाना३- इंजेक्शन या टीका लगवाना४- आँख में दवा डालना या सुरमा लागाना५- खुशबु लगाना६- गर्मी और प्यास की वजह से ग़ुस्ल […]

गोरखपुर मसाइल-ए-दीनीया

इंसुलिन लेने से रोज़ा नहीं टूटेगा: मुफ्ती अख्तर

गोरखपुर। रमज़ान हेल्पलाइन नंबरों पर सवालो-जवाब का सिलसिला शुरु हो गया है। सोमवार को लोगों ने उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमजान हेल्पलाइन नंबरों पर सवाल कर जवाब हासिल किए। लोगों ने नमाज़, रोज़ा, जकात, फित्रा आदि के बारे में सवाल पूछे। उलमा-ए-किराम ने क़ुरआन व हदीस की रौशनी में जवाब दिया। सवाल : बगैर किसी […]

धार्मिक स्वास्थ्य

रोज़े के दौरान हमारे जिस्म का रद्देअमल क्या होता है? इस बारे में कुछ दिलचस्प मालूमात

पहले दो रोज़े: पहले ही दिन ब्लड शुगर लेवल गिरता है यानी ख़ून से चीनी के ख़तरनाक असरात का दर्जा कम हो जाता है।दिल की धड़कन सुस्त हो जाती है और ख़ून का दबाव कम हो जाता है। नसें जमाशुदा ग्लाइकोजन को आज़ाद कर देती हैं। जिसकी वजह से जिस्मानी कमज़ोरी का एहसास उजागर होने […]

गोरखपुर

रोज़ा रखकर दूसरे की भूख प्यास का अहसास होता है: कारी अख़्तर

मदीना मस्जिद नौतन निकट मेडिकल कालेज के इमाम कारी अख़्तर रज़ा नूरानी ने बताया कि साल के बारह माह में रमज़ान सबसे खास महीना होता है। पूरे महीने लोग रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं। नेक काम करते हैं। इस माह में नेकी करने वालों को सवाब बहुत अधिक मिलता है। अल्लाह का जिक्र […]

गोरखपुर धार्मिक

रमज़ान का आगाज़ अप्रैल से, पहला रोज़ा सबसे छोटा आख़िरी सबसे बड़ा

गोरखपुर। मुकद्दस रमजाऩ का आगाज़ अप्रैल माह से हो रहा है। चांद के दीदार के साथ 13 या 14 अप्रैल से मुकद्दस रमजाऩ शुरु हो जाएगा। पहला रोजा 14 घंटा 8 मिनट का होगा। जो मुकद्दस रमज़ान का सबसे छोटा रोजा होगा। वहीं अंतिम रोजा 14 घंटा 52 मिनट का होगा। जो सबसे मुकद्दस रमज़ान […]