गोरखपुर

जज़्बे को सलाम: 11 साल के नौशाद के दिल में छेद फिर भी नहीं छूटा एक भी रोज़ा

गोरखपुर। रोज़ेदार तेज धूप व शिद्दत की गर्मी में करीब साढ़े चौदह घंटे का लंबा का रोज़ा रख अल्लाह की इबादत में लगे हुए हैं। नौज़वान व बुजुर्ग जहां रमज़ान का रोज़ा रख रहे हैं वहीं बच्चे भी पीछे नहीं हैं। तकिया कवलदह के रहने वाले रमज़ान व जैनब के 11 वर्षीय पुत्र मोहम्मद नौशाद […]

जीवन चरित्र

गौस-ए-आज़म ने बचपन में रमज़ान में दूध नहीं पीया

ग़ौसे आ’ज़म की विलादत माहे रमज़ानुल मुबारक में हुई और पहले दिन ही रोज़ा रखा। सहरी से लेकर इफ्तारी तक आप अपनी वालिदए मोहतरमा का दूध न पीते थे,चुनान्चे शैख़ अब्दुल क़ादिर जिलानी की वालिदए माजिदा फरमाती है की जब मेरा फ़रज़न्द अर्जुमन्द पैदा हुआ तो रमज़ान शरीफ में दिन भर दूध न पीता था। […]

मसाइल-ए-दीनीया

रोज़े के तअल्लुक़ से ग़लत फहमियां और उनका दुरस्त जवाब

1️⃣: उल्टी आने से रोज़ा टूट जाता है।दुरुस्त मसला: चाहे कितनी ही उल्टी आने से रोज़ा नही टूटता, लेकिन जान बुझ कर मसलन: उंगली वगेरह मुंह मैं डालकर उल्टी की और वो मुंह भर कर हो तो रोज़ा टूट जाता है!जबके रोजेदार होना याद हो. 2️⃣:रोज़े की हालत में एहतेलाम हो जाए तो रोज़ा टूट […]

मसाइल-ए-दीनीया

मसाइल-ए-रोज़ा (क़िस्त 01)

मसअला:रोजा शरीअत की बोलचाल में मुसलमान का इबादत की नियत से सुबहे सादिक से गुरुबे आफ़ताब तक अपने को कस्दन (जानबूझ कर) खाने पीने जिमा (यानी हमबिस्तरी) से बाज़ रखना (यानी रोक कर रखना) औरत का हैज़ (यानी MC) व निफास (यानी बच्चा होने के बाद जो खून आता है) से खाली होना शर्त है।📚 […]

धार्मिक

रोज़ा का बयान (क़िस्त 6)

हदीस शरीफ़:हाकिम ने कअब इब्ने अजरह रज़िअल्लाहु तआला अन्ह से रिवायत की रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया:सब लोग मिम्बर के पास हाज़िर हों हम हाज़िर हुए जब हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम मिम्बर के पहले दर्जा पर चढ़े कहा आमीन दूसरे पर चढ़े कहा आमीन तीसरे पर चढ़े कहा आमीन जब. मिम्बर से […]

धार्मिक

रोज़ा का बयान (क़िस्त 4)

हदीस शरीफ़:इमाम अहमद और बहक़ी रिवायत करते हैं किहुज़ूर ने फ़रमाया:रोज़ा सिपर (ढाल) है और दोज़ख़ से हिफ़ाज़त का मज़बूत क़िला, इसी के क़रीब क़रीब जाबिर व उस्मान बिन अबिल आस व मआज़ बिन जबल रज़िअल्लाहू तआला अन्हुम से मरवी हदीस शरीफ़:अबुल यअला व बहक़ी सलमा बिन क़ैस और अहमद व बज़्ज़ार अबू हुरैरह रज़िअल्लाहू […]

धार्मिक

रोज़ा का बयान (क़िस्त 3)

हदीस शरीफ़:सहीहीन व सुनने तिर्मिज़ी व निसाई व सहीह इब्ने ख़ुज़ैमा में सहल बिन सअद रज़िअल्लाहू तआला अन्ह से मरवी है किरसूलल्लाह सल्लल्लाहू तआला अलैहि वसल्लम फ़रमाते हैं:जन्नत में आठ (8) दरवाज़े हैं उनमें एक दरवाज़ा का नाम रय्यान है इस दरवाज़ा से वोही जाएंगे जो रोज़े रखते हैं। हदीस शरीफ़:बुखारी व मुस्लिम में अबू […]

मसाइल-ए-दीनीया

रोजे में मंजन और टूथपेस्ट इस्तेमाल करना कैसा ?

रोजे की हालत में मंजन या टूथपेस्ट करना कैसा है?प्रश्नकर्ता: अफसाना शेख गोपीगंज भदोही यूपी इंडिया ۞۞۞ अल-जवाब ۞۞۞ पूछी गई सूरत में बिला जरूरत टूथपेस्ट और मंजन करना मकरूह है जबकि मुकम्मल इत्मीनान हो कि कोई ज़र्रा हलक से नीचे ना उतरेगा और कोई ज़र्रा हलक से नीचे उतर गया तो रोजा टूट जाएगा।अल्लामा […]