गलत फहमियो का निवारण

क्या किसी औरत के ऊपर किसी बुजुर्ग या वली की सवारी आती है?

सवाल➺ अगर कोई औरत ये कहे की मेरे ऊपर किसी बुजुर्ग की सवारी आती है क्या कोई वली किसी औरत पर आ सकते है ? जवाब➺ ऐसी औरत मक्कार और झूठी है, वरना जाहिल तो जरूर है, किसी भी वली या इंसान की सवारी किसी दूसरे इंसान पर नहीं आती, हाँ, कुछ लोगो पर जिन्नात […]

धार्मिक

मर्द और औरत की नमाज़ का फ़र्क (1)

लेखक: मह़मूद रज़ा क़ादरी, चिश्तिया मस्जिद गोरखपुर जिस तरह बालिग मर्द पर नमाज फ़र्ज़ है इसी तरह बालिग औरत पर भी नमाज़ फ़र्ज़ है हैज़ (Menses)और नफास की हालत में औरतों को नमाज पढ़ना हराम है इन दिनों में औरतों को नमाज माफ है और इन दिनों की नमाज की कजा़ भी नहीं(बहारे शरीयत, ही, […]

गोरखपुर

दीन-ए-इस्लाम में औरतों का बुलंद मर्तबा: महजबीन सुल्तानी

‘बज़्म-ए-ख़्वातीन’ में बच्चियों ने नात, तकरीर व किरात के मुकाबले में जीता इनाम, मिली दुआ गोरखपुर। बुधवार को मदरसा क़ादरिया तजवीदुल कुरआन निस्वां अलहदादपुर में ‘बज़्म-ए-ख़्वातीन’ जलसा हुआ। जिसमें जिक्रा फातिमा, इल्मा नूर, आलिया, समीरा बानो, सना बानो, ज़ोया खान, काशिफा अंसारी, नौशीन फातिमा, शीबा परवीन, सीमा बानो, असनिया फातिमा, साहिबा आदि बच्चियों ने नात, […]

धार्मिक

किन औरतों से निकाह करना मना है!

📖मसअला:- माँ सगी हो या सौतेली बहन सगी हो या सौतेली बेटी पोती नवासी नानी दादी ख़्वाह कितनी पुश्तों का फ़ासिला हो इन सबसे निकाह हराम है। 📖मसअला:- फूफी/ फूफी की फूफी ख़ाला/ ख़ाला की ख़ाला भतीजी भान्जी और भान्जी की लड़की या उसकी पोती नवासी भी मुहरमात में दाख़िल हैं इन सबसे भी निकाह […]

धार्मिक

औरतों के जदीद और अहम मसाइल (क़िस्त 1)

लेखक: अब्दुल्लाह रज़वी क़ादरी, मुरादाबाद यूपी भारत बाबुल हुलिया यानी ज़ेवर, गहने का बयान सवाल—– क्या एक से ज्यादा नग वाली अंगूठी औरतों के लिए जाइज़ है जबके मर्दों के लिए ममनूअ् व नाजाइज़ है, अल जवाब—– औरतों के लिए ऐसी अंगूठी पहनना जाइज़ है, अगरचे कई नग हों और उन्हीं के साथ मख़सूस है(रद्दुल […]