नई दिल्ली, 12 सितंबर (यूनीवार्ता) दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर पार्टी का राष्ट्रीय संयोजक चुना गया है।आम आदमी पार्टी के नव निर्वाचित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की रविवार को संपन्न हुई बैठक में सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने अरविंद केजरीवाल को […]
दिल्ली
छात्र नेता चाहते हैं कि कॉलेज फिर से खुलें, शैक्षणिक नुकसान के लिए विशेष पैकेज घोषित हो
नई दिल्ली: देश के बड़े संस्थानों के छात्र नेताओं ने गुरुवार को पिछले डेढ़ साल से कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण बंद कॉलेज और विश्वविद्यालय परिसरों को फिर से खोलने की मांग की। जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI), जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के कार्यकर्ताओं ने राज्य और केंद्र सरकारों से उन […]
राबिया सैफी दुष्कर्म-हत्या कांड के विरोध में कैंडल मार्च व प्रदर्शन
गोरखपुर। दिल्ली में हुए राबिया सैफी दुष्कर्म-हत्या कांड के ख़िलाफ लोगों में जबरदस्त गुस्सा व नाराज़गी है। रविवार शाम को बड़गो गेहुंआ सागर, चिलमापुर, रानी बाग, सेंदली बेंदली के नौज़वानों ने दोषियों के ख़िलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। नौज़वानों ने बड़गो, गेहुंआ सागर, चिलमापुर होते हुए बाइक जुलूस निकाला। आजाद […]
राज्यसभा में जो हुआ बहुत निंदनीय है: रामगोपाल
दिल्ली: उपराष्ट्रपति से मिलकर बोले रामगोपाल यादव, राज्यसभा में जो हुआ बहुत निंदनीय है- रामगोपाल, ये सरकार के अहंकार का नतीजा है – रामगोपाल, यूपी में बाढ़ में इटावा,औरैया डूबा है – रामगोपाल, सरकार की ओर से मदद नहीं की गई- रामगोपाल, समाजवादी रसोई चल रही,खाना दे रहें- रामगोपाल, भाजपा को किसान से कोई मतलब […]
विपक्षी दलों के नेता उपराष्ट्रपति के आवास पहुंचे
दिल्ली: विपक्षी दलों के नेता उपराष्ट्रपति के आवास पहुंचे, राज्यसभा में हुए घटनाक्रम को लेकर पहुंचे विपक्षी, अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे सत्ता पक्ष,विपक्ष के नेता, मल्लिकार्जुन खड़गे और अर्जुन राम मेघवाल पहुंचे, आनंद शर्मा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पहुंचे, रामगोपाल यादव और विशंभर प्रसाद निषाद पहुंचे।
राज्यसभा हंगामे पर सरकार का बयान: राज्यसभा में जो हुआ शर्मसार करने वाला
दिल्ली: विपक्ष ने सड़क से संसद तक अराजकता फैलाई-सरकार, विपक्ष अब घड़ियाली आंसू बहा रहा- सरकार, काम में बाधा डालने माफी मांगे विपक्ष-सरकार, देश से माफी मांगे विपक्ष – केंद्र सरकार, घड़ियाली आंसू न बहाए विपक्ष- अनुराग ठाकुर, विपक्ष ने सदन नहीं चलने दिया-प्रह्लाद जोशी, नए मंत्रियों का परिचय भी नहीं होने दिया-जोशी, विपक्ष से […]
वसीम रिज़वी की क़ुरान-ए-पाक से 26 आयतों को हटाने की मांग के ख़िलाफ़ पासबाने वतन फ़ाउंडेशन पहूँची सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली: 16 मार्च// शीया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी की क़ुरान-ए-पाक से 26 आयतों को हटाने की मांग के ख़िलाफ़ पासबाने वतन फ़ाउंडेशन आफ़ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद आज़म हशमती ने सुप्रीम कोर्ट में अर्ज़ी दाख़िल की है।और सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि इस मलऊन के अर्ज़ी को ख़ारिज किया जाये।मौलाना मुहम्मद आज़म हशमती ने कहा है कि क़ुरान-ए-पाक की तौहीन को किसी भी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।क्योंकि यह ऐसी किताब है जिसमें एक ज़ेर ज़बर की तबदीली नामुमकिन है।और पूरी दुनिया के मुस्लमान इस पर अक़ीदा रखते हैं। उन्होंने कहा कि वसीम रिज़वी ऐसा शख़्स है जो बार-बार इस्लाम और मुस्लमानों पर हमला करता रहता है।लेकिन इस बार वो हद पार कर गया है। उसने एक तरफ़ जहां क़ुरआन को मआज़- अल्लाह दहश्तगर्दी का दरस देने वाला बताकर क़ुरआन मुक़द्दस में तहरीफ़ की अपील की है जहां उसने इस्लाम को ज़ोरज़बर्दस्ती की बुनियाद पर फैलने वाला मज़हब कहा वहीं उसने खल़िफ़ा-ए-राशिदीन की शान अक़्दस पर ज़बरदस्त हमला करके दो फ़िर्क़ों के दरमयान नफ़रत फैलाने की नापाक साज़िश की है मौलाना ने कहा कि ऐसे इन्सान को खुली हवा में सांस लेने का कोई हक़ नहीं है। वसीम रिज़वी को फ़ौरी तौर पर गिरफ़्तार किया जाये। ताकि मुल्क का अमन-ओ-शांति क़ायम रह सके।इस बद-बख़्त के बयान से आज पूरी उम्मत बेचैन है। और सख्त ग़म व ग़ुस्सा में है। इस लिए इस पर मुलक दुश्मन क़वानीन के तहत मुक़द्दमा दायर किया जाये। ताकि ये अपने नापाक मन्सूबों में कामयाब ना हो सके। मौलाना मुहम्मद आज़म हशमती ने कहा कि क़ुरान-ए-पाक की आयात की हिफ़ाज़त की ज़िम्मेदारी ख़ुद अल्लाह ताला ने ली है।जिसका मुहाफ़िज़ ख़ुद ख़ुदा हो उसे कौन मिटा सकता है। क़ुरान-ए-पाक को मिटाने वाले ख़ुद मिट गए हैं। और क़ुरान-ए-पाक क़ियामत तक इसी तरह ज़मीन पर बाक़ी रहेगी। और लोग उस के अहकामात पर अमल करते रहेंगे। मौलाना ने कहा कि जो भी इन्सान क़ुरान-ए-पाक के बारे में ऐसी सोच रखे वो मुस्लमान नहीं हो सकता है। और वसीम रिज़वी का एतराज़ पूरी तरह से बे-बुनियाद है। इस का कहना है कि क़ुरआन दहश्तगर्दी की तालीमात देता है। लेकिन क़ुरान-ए-पाक में कहीं पर भी इस तरह की तालीम नहीं है। बल्कि क़ुरआन इन्सानियत की दरस देता है। क़ुरआन ने कहीं पर भी हुक्म नहीं दिया है कि दुनिया में दहश्त फैलाई जाये।उन्होंने कहा कि वसीम रिज़वी ने क़ुरआन-ए-करीम की मुक़द्दस आयात पर उंगली उठाकर सिर्फ मुस्लमानों से नहीं बल्कि ख़ालिक़ दो-जहाँ से ऐलान जंग किया है।उन्होंने कहा कि मुस्लमान हर चीज़ बर्दाश्त करसकता है मगर अल्लाह,उस की किताब और उस के रसूल के ख़िलाफ़ एक लफ़्ज़ बर्दाश्त नहीं कर सकता है।