अबू शहमा अंसारी
मसौली/ बाराबंकी।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के बजट में साल दर साल कटौती को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सौप कर विश्वविद्यालय का बजट सौ करोड़ रुपये करने की मांग अल्पसंख्यक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने की है।विदित हो कि वर्ष 2018 से विश्वविद्यालय का बजट 62 करोड़ रुपये हुआ करता था जिसे घटा कर 22 करोड़ रुपये कर दिया लगातार हुई कटौती में वर्ष 2019 में 16 करोड़, 2020 में 14 करोड़, 2021 में 10 करोड़ एव वर्तमान समय मे मात्र 09 करोड़ रुपये रखा है। जबकि अलीगढ़ विश्वविद्यालय की वैश्विक रैंकिंग 801 है, तो वहीं भारत सरकार की अपनी रैंकिंग में यह 10 वें स्थान पर है और इंडिया टुडे द्वारा जारी सरकारी विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में यह चौथे स्थान पर है। जो इस विश्वविद्यालय के शानदार शैक्षणिक स्तर को प्रमाणित करता है। ऐसे में होना तो यह चाहिए था कि सरकार इसे आर्थिक तौर से और मजबूत कर और बेहतर अकादमिक ऊंचाइयों को हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करती।
जिला अल्पसंख्यक कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष मो0 गुलज़ार अंसारी की अगुवाई में ज्ञापन देकर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का बजट बढ़ा कर 100 करोड़ करने एव यूपीए सरकार द्वारा प्रस्तावित एएमयू के 05 कैंपसों में से सिर्फ़ तीन- मुर्शिदाबाद, किशनगंज और मल्लपूरम ही चल रहे हैं। और इनकी भी आर्थिक स्थिति खराब है। अतः इन तीनों कैंपसों को पर्याप्त बजट मुहैय्या कराया जाए और महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में इसके प्रस्तावित कैंपसों को शुरू कराये जाने की मांग की है तथा मौजूदा वाइस चांसलर का टर्म पूरा हो जाने के बाद नए वाइस चांसलर की नियुक्ति की प्रक्रिया को तत्काल शुरू करने की मांग के साथ साथ शिक्षकों के रिक्त पदों को तत्काल भरने की मांग की।
इस मौके पर ज़िला उपाध्यक्ष अबदाल अहमद, शहर उपाध्यक्ष फरीदा, तालिब खान, वीरेंद्र सिंह आदि लोग मौजूद रहे।