सामाजिक साहित्यिक

एक ईरानी लघु फिल्म: जब बाप ने चुराई रोटी….

ग़रीब बाप ने दुकान से रोटी चुराई और लेकर एक तरफ मुड़ गया, दुकानदार जाते जाते उसे रोक लेता है।

कंफ्यूज हुई बेटी अपने बाप से पूछती है क्या हुआ ??

बाप परेशान हो जाता है और माफ़ी माँगने के लिए लब खोलता है।

होंठ खोलते ही दुकानदार इतना कहता है “बेटी तेरा बाप बचा हुआ पैसा भूल गया था” इसके साथ ही वह कुछ पैसे गिनता है और उसे पकड़ा देता है।

बाहर जाते वक़्त बाप अफसोस और बेबसी से लाचार दिखाई देता हैं, तो दुकान से दूसरा आदमी आवाज़ देकर कहता है “चावल का थैला भी भूल तो नहीं रहे ?”

अगर आप लोगों का पर्दा रखते हुवे उनकी मदद करेंगे तो क़यामत के दिन अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त आपका पर्दा रखते हुवे अपना करम और इनआमात आप पर निछावर कर देगा…

समाचार अपडेट प्राप्त करने हेतु हमारा व्हाट्सएप्प ग्रूप ज्वाइन करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *