शहनशाह आलमगीर औरंगजेब अलैहि रहमा के राज में अखंड भारत का इलाका अफगानिस्तान से लेकर म्यांमार तक फैला हुआ था। आपने अखंड भारत पर सन 1658 से 1707 तक करीब 49 साल तक एकछत्र राज किया। जबकि किसी दुसरे बादशाह ने इतने बड़े इलाके पर एकछत्र राज नहीं किया है। आपकी मिलिट्री में सबसे ज्यादा सरदार, राजपूत और मराठे हुआ करते थे।
आपके वक्त चीन ने सनातन धर्म (हिंदूओं) के सबसे बड़े धार्मिक स्थल कैलाश पर्वत पर ज़बरन कब्ज़ा कर लिया था। तब आपने चीन पर ज़बरदस्त हमला करके एक ही दिन में हिंदुओं के धार्मिक स्थल कैलाश पर्वत को वापस ले लिया था। उनके रहे तक चीन की हिम्मत नहीं हुई कि वोह भारत की तरफ आंख भी उठाकर देख सकें। जबकी चीन, आज तिब्बत और अक्साई चीन पर कब्ज़ा कर चुका है।
आपने मस्जिदों और दरगाहों को ज़मीनें वक़्फ की, उसके साथ ही सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों को भी दान दिया। जिसमें सनातन धर्म (हिंदू धर्म) के उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर, इलाहाबाद में गंगा किनारे नाग वासूकी मंदिर, गोहाटी का कामाख्या देवी मंदिर, उत्तर प्रदेश में मथूरा में श्री कृष्ण मंदिर, चित्रकुट का बालाजी मंदिर वगैरा शामिल है। जैन धर्म और सिख गुरुद्वारों को भी जागीरें दी गई है।
सुन्नी सूफ़ी शहनशाह आलमगीर औरंगज़ेब अलैहि रहमा का आज बतारिख 28 ज़िलक़’अदा 1443 हि०/ 29 जून 2022 को “उर्स ए मुबारक” है। इसलिए अकिदतमंदो से गुजारिश की जाती है कि वोह अपने अपने इलाकों में फातेहा खानी का एहतेमाम करें।