गोरखपुर। मियां साहब इस्लामियां इंटर कॉलेज बक्शीपुर में तीन दिवसीय सीरत-उन-नबी जलसा एवं दीनी तालीमी नुमाइश का आगाज़ सोमवार से हुआ। गुरुवार को दीनी नुमाइश देखने के लिए कॉलेज ने औरतों के लिए विशेष इंतजाम किया है।
बताते चलें कि दीनी नुमाइश इस्लामी तारीख़ जानने का एक अहम जरिया है। दीनी नुमाइश में दीन-ए-इस्लाम का इतिहास, मुक़द्दस मकामात (धार्मिक स्थल), हस्तलिखित क़ुरआन की प्रतियां आकर्षण का केंद्र है। इसके अलावा तमाम बैनरों, पोस्टरों के जरिये इस्लामी शिक्षा, औरतों, रिश्तेदारों और पड़ोसियों के हक़ हुकूक बताए गए। इसके अलावा पैग़ंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की ज़िंदगी को दर्शाने के साथ दीन-ए-इस्लाम से जुड़ी अहम जगहों को दिखाया गया है। दीन-ए-इस्लाम में औरतों के अधिकार के साथ मुस्लिम पर्सनल लॉ में बताए अनुच्छेदों को भी पेश किया गया है।
कल स्कूल, मदरसा और मकतब के स्टूडेंट्स के बीच किरात व क्विज का मुकाबला हुआ, जिसमें स्टूडेंट्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कामयाब बच्चों को बुधवार को पुरस्कृत किया गया।
जलसा व नुमाइश को कामयाब बनाने में कॉलेज के प्रधानाचार्य जफ़र अहमद खां, प्रबंधक महबूब सईद हारिस, मुख्तार अहमद, प्रमोद श्रीवास्तव, रिजवानुल हक, अहसन जमाल, दानिश अहमद खान, शाहिद नबी आदि ने महती भूमिका निभाई।