ईद मिलादुन्नबी के मौके पर बरेली शहर कोहाड़ापीर से जुलूस निकलवाने वाली अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल का आज पुनःगठन किया गया। दरगाह आला हज़रत के सरपरस्त हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मिया) की संस्तुति से कमेटी का गठन किया गया। जिसमें तय किया गया कि जुलूस की क़यादत हमेशा से दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां करते आये है और आगे भी करते रहेगें। अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल का सदर (अध्यक्ष) सय्यद आसिफ मियां को बनाया गया है। वहीं सचिव की ज़िम्मेदारी शान अहमद रज़ा, कोषाध्यक्ष मोहसिन खान,सलाहकार पूर्व दर्जा राज्य मंत्री आबिद खान और मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी को सौपी गयी है। वरिष्ठ सदस्य कासिम कश्मीरी,अजमल नूरी,आरिफ उल्लाह, डॉक्टर नफीस खान,अफ़ज़ाल बेग,इकरार खान,शाहजाद पहलवान,हाजी शावेज़ हाशमी,शाहिद अली,ओवैस खान,गफूर पहलवान,जुनैद पठान,कलीमुद्दीन,हाफिज वाहीद,हाजी जावेद खान,नदीम,आसिम खान,फरीद हुसैन,हाजी इकबाल, हाजी नूर,शाहनवाज़,तारिक खान व इमरान को बनाया गया है।
वरिष्ठ सदस्य में शाहिद खान नूरी,परवेज़ खान नूरी,ताहिर अल्वी,औररंगज़ेब नूरी, मंज़ूर खान को भी शामिल किया गया है।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया की कल ईद मिलादुन्नबी के मौके पर मुख्य जुलूस कोहाड़ापीर से शाम 4 बजे दरगाह सरपरस्त हज़रत सुब्हानी मियां व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मिया की सदारत में निकलेगा। जिसमें सभी अंजुमने प्रशासन की ओर से तय की गई संख्या सिर्फ तीस लोगों के साथ निकलेगी। जुलूस में डीजे, साउंड और वाहन लाने की इजाज़त नही है। सभी लोग सादगी के साथ जुलूस में शामिल हो। सबसे आगे परचम चलेगा इसके बाद कायदे जुलूस उसको बाद सभी अंजुमने चलेगी। सचिव शान अहमद रज़ा ने बताया कि जुलूस अपने कदीमी रास्तों कोहाड़ापीर से कुतुबखाना,कोतवाली, नावेल्टी चौराहा से इसलामिया स्कूल के रास्ते बिहारीपुर ढाल से दरगाह आला हज़रत पहुँचकर खत्म होगा।
नासिर कुरैशी