ज्ञापन में विष्णु गुप्ता को शांति व्यवस्था के लिए खतरा बताते हुए प्रदेश और केंद्र सरकार से इस पर कड़ी कार्रवाई की अपील की गई।
प्रेस रिलीज – अजमेर शरीफ
बर्रे सगीर के महान संत और चिश्ती सिलसिले के प्रसिद्ध ख्वाजा गरीब नवाज रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह को लेकर हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता द्वारा दायर की गई याचिका, जिसे हाई कोर्ट ने सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया है, ने पूरे देश में हिंदू-मुस्लिम समेत विभिन्न समुदायों में नाराजगी पैदा कर दी है। अगर समय रहते इस पर कार्रवाई नहीं की गई, तो ख्वाजा गरीब नवाज के अनुयायी सभी धर्मों के लोग विरोध में उतर सकते हैं।
इस संदर्भ में आल इंडिया सुन्नी जमीयत उलेमा और रज़ा अकादमी के प्रतिनिधिमंडल ने, जो पिछले कुछ दिनों से अजमेर शरीफ में मौजूद था, क़ायिद-ए-मिल्लत हजरत मोहम्मद सईद नूरी साहब की अगुवाई में, जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में देश की शांति बनाए रखने और विष्णु गुप्ता की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई, ताकि ख्वाजा गरीब नवाज के अनुयायियों में बढ़ती नाराजगी को कम किया जा सके।
ज्ञापन सौंपने के बाद मीडिया से बातचीत में रज़ा अकादमी के अध्यक्ष हजरत मोहम्मद सईद नूरी साहब ने कहा कि यह समझ से परे है कि कोर्ट और प्रदेश सरकार ने अब तक विष्णु गुप्ता को क्यों छोड़ रखा है, जिसने दरगाह पर विवादास्पद बयान देकर देश की एकता को तोड़ने का प्रयास किया है। इस व्यक्ति का एक मिनट भी बाहर रहना सही नहीं है, उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह एक ऐसी जगह है, जो हर धर्म और वर्ग के लोगों के लिए खुली है। यह स्थान प्यार और भाईचारे का प्रतीक है।
आल इंडिया सुन्नी जमीयत उलेमा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहम्मद सईद नूरी साहब ने कहा कि संसद द्वारा पारित 1991 के अधिनियम के अनुसार सभी धार्मिक स्थलों की पुरानी स्थिति को बनाए रखने की बात कही गई थी। ऐसे में विष्णु गुप्ता जैसे लोग क्यों धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे हैं, खासकर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह को। हम तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक यह अपमान करने वाला व्यक्ति सजा नहीं पा जाता।
अंत में, जिला कलेक्टर से आग्रह किया गया कि आगामी उर्स मुबारक के अवसर पर, जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश और विदेश से अजमेर आएंगे, शहर का माहौल बिगड़ने से बचाने के लिए विष्णु गुप्ता और महाराणा प्रताप सेना के राज परमार जैसे लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए।
प्रतिनिधिमंडल में खादिम ख्वाजा हजरत सैयद मोहम्मद हमज़ा मियां चिश्ती, हजरत मौलाना मोहम्मद अब्बास रिजवी, हजरत मौलाना मोहम्मद इरफान आलमी, हजरत मुफ्ती नज़मुद्दीन खान रिजवी, क़ारी अब्दुर्रहमान ज़ियाई, हाफिज मोहम्मद सगीर हनफी आदि शामिल थे।
मोहम्मद आरिफ रिजवी
सचिव रज़ा अकादमी, मुंबई