गोरखपुर। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की मांगों के समर्थन में दिशा छात्र संगठन व नौजवान भारत सभा से जुड़े छात्रों ने शुक्रवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय मेन गेट के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। सभी छात्रों-नौजवानों से इलाहाबाद में लोक सेवा आयोग के सामने आंदोलनरत छात्रों के समर्थन में आगे आने की अपील भी की।
दिशा छात्र संगठन के सदस्य धर्मराज ने कहा कि पिछले 11 नवम्बर से उत्तर-प्रदेश के विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में नॉर्मलाइजेशन के ख़िलाफ़ और वन डे-वन शिफ्ट एग्जाम की मांग को लेकर आरओ/एआरओ और यूपीपीसीएस की तैयारी करने वाले छात्र हज़ारों की संख्या में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अलग-अलग पालियों में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के अंकों के नॉर्मलाइज़ेशन के लिए आयोग द्वारा कोई फॉर्मूला नहीं बताया गया है, जिसकी वजह से पूरी परीक्षा प्रणाली में एक अपारदर्शिता पैदा हो गयी है। इतना ही नहीं, अलग-अलग पालियों में होने वाली परीक्षाओं के प्रश्न-पत्रों के आसान अथवा कठिन होने का निर्धारण के लिए अपनायी जाने वाली पद्धति को लेकर भी युवाओं में गहरा असंतोष है। यह पूरी अस्पष्टता भ्रष्टाचार की सम्भावना को जन्म देती है। देश के विभिन्न राज्यों के लाखों छात्र इन परीक्षाओं में शामिल होते हैं और एक-एक प्रश्न पर हज़ारों छात्रों का भविष्य दाँव पर लगा होता है। यही वजह है कि नॉर्मलाइज़ेशन के ज़रिये नम्बरों में होने वाले उलट-फेर को लेकर छात्रों में शुरू से ही एक असंतोष रहा है। अंततः छात्रों को मजबूर होकर आंदोलन के लिए सड़क पर उतरना पड़ा।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा छात्रों के आंदोलन का तमाम तरीक़ों से दमन किया गया। कुछ छात्रों की गिरफ़्तारी भी हुई। छात्रों के जुझारू संघर्ष को देखते हुए पीसीएस परीक्षा में एक शिफ्ट में परीक्षा कराने की मांग को प्रशासन ने मान लिया है लेकिन आर/एआरओ परीक्षा को लेकर अभी भी प्रशासन छात्रों की मांग मानने को तैयार नहीं है। लेकिन इससे छात्रों के हौसले टूटने वाले नहीं हैं। अभी भी छात्र डटे हुए हैं कि जब तक सभी मांगें नहीं मानी जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन में अम्बरीश, सौम्या, प्रीति, दीपक, माया, शालिनी, अंजलि आदि शामिल हुए।