अयोध्या में एक कॉलेज की छात्रा के साथ कथित गैंगरेप के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता राम जन्मभूमि मंदिर में सफाई का काम भी करती है।
द टेलीग्राफ ने पीड़िता के बयान के आधार पर अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि घटना के इलाके मंदिर नगरी के हाई सिक्योरिटी वाले इलाके हैं। पीड़िता ने स्थानीय पत्रकारों को बताया कि जब वह पहली बार 26 अगस्त को पुलिस के पास गई तो मामला दर्ज नहीं किया गया।
पीड़िता के अनुसार, वह अयोध्या शहर के एक डिग्री कॉलेज में बीए के तीसरे वर्ष की छात्रा है।
गैंगरेप, मारपीट और जान से मारने की धमकी
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि अयोध्या जिले के शहीद गंज के निवासी विनेश चौधरी ने उसे वादा किया था कि वह उसे जिले के कई स्थानों पर घुमाने ले जाएगा। पीड़िता ने बताया कि ‘वह मुझे 16 अगस्त को एक गेस्ट हाउस में ले गया और बंधक बना लिया। उसने अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर मेरे साथ गैंगरेप किया और फिर अपने तीन दोस्त और बुला लिए।’
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि ‘मुझे अपने परिवार और अपनी जान का डर था, क्योंकि उन्होंने हम सभी को जान से मारने की धमकी दी थी, इसलिए मैं पुलिस के पास नहीं गई। लेकिन 25 अगस्त को जब मैं मंदिर जा रही थी तो विनेश ने मुझे दोबारा अगवा कर लिया। उसके साथ उदित कुमार, सत्रम चौधरी और दो अनजान लोग थे। उन्होंने कार में मेरे साथ जोर-जबरदस्ती की, लेकिन गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई और मुझे उसके चंगुल से भागने का मौका मिल गया।’
पहली बार मामला दर्ज नहीं किया गया: पीड़िता
पीड़िता का कहना है कि जब वह अगले दिन 26 अगस्त को घटना की शिकायत करने पुलिस स्टेशन पहुंची तो उसका मामला दर्ज नहीं किया गया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, “अयोध्या में गैंगरेप का शिकार हुई लड़की का बयान सामने आने से उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध की असली वजह सामने आ गई है। पुलिस की लापरवाही के कारण पीड़िता को रिपोर्ट दर्ज कराने में परेशानी हुई।”
आजाद समाज पार्टी के मुखिया और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “केंट थाना क्षेत्र में एक दलित लड़की के साथ कई बार गैंगरेप, वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग और धमकाने की खबर बहुत ही शर्मनाक और दंडनीय है। पुलिस की लापरवाही भी चिंताजनक है। मैं यूपी के डीजीपी से मांग करता हूं कि वे इस मामले का संज्ञान लें और सभी आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करें और लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई करें।”
टेलीग्राफ के अनुसार, अयोध्या के केंट पुलिस स्टेशन के इनचार्ज अमरेंद्र सिंह ने कहा, “जांच के बाद हमने 2 सितंबर को मामला दर्ज किया और अंततः सभी 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें अदालत से जेल भेज दिया गया है।” उन्होंने कहा कि लड़की विनेश पर भरोसा करती थी क्योंकि वह उसे पिछले चार सालों से जानती थी।