गोरखपुर। शाहगंज निकट मेडिकल कॉलेज के रहने वाले आफताब आलम व फातिमा खातून की नौ वर्षीय पुत्री नरगिस फातिमा ने डेढ़ साल के अंदर कुरआन-ए-पाक मुकम्मल पढ़ लिया। नरगिस कक्षा तीन में पढ़ती हैं। दीनी तालीम मदीना मस्जिद नौतन के इमाम कारी अख़्तर रज़ा से हासिल कर रही हैं। खुशी के इस मौके पर नरगिस को यासमीन खातून, जीनत खातून, मन्नत खातून, अलीशा बानो, रुबी, मो. फैज़ान, अमन अली, महफूज ने मुबारकबाद पेश की।
बेटी को बचाइए भी और पढ़ाइए भी : अख्तर नूरानी
मेडिकल कॉलेज के निकट सजी ईद मिलादुन्नबी महफिल
मेडिकल कॉलेज के निकट टाइप वन कॉलोनी में ईद मिलादुन्नबी की महफिल सजी। कुरआन-ए-पाक की तिलावत हाफ़िज किताबुल्लाह ने की। नात-ए-पाक अब्दुल ग़नी निज़ामी ने पेश की। संचालन कारी तुफैल अहमद तनवीरी ने किया। सरपस्ती हाफ़िज अली हसन ने की।
सदारत करते हुए कारी सद्दाम हुसैन कादरी ने कहा कि हम अपनी जिंदगी को नेक कामों से संवारें और बुराइयों से बचें। नबी-ए-पाक हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने पूरी दुनिया को ईमान के साथ दीन-ए-इस्लाम के मुताबिक नेक अमल करने की तालीम दी। नबी-ए-पाक और आपके सहाबा की पैरवी हमारी पहली जिम्मेदारी है, इसलिए नबी-ए-पाक की तालीम पर हम सब अमल करें। रहती दुनिया तक खुलफा-ए-राशिदीन हज़रत अबू बक्र, हज़रत उमर, हज़रत उस्मान, हज़रत अली की ख़िदमात को दुनिया भुला नहीं सकती।
मुख्य अतिथि हाफ़िज व कारी अख़्तर रज़ा नूरानी ने कहा कि हर हाल में अल्लाह का शुक्र अदा कीजिए। नमाज़, रोजा, जकात व हज दीन-ए-इस्लाम के स्तंभ हैं इनकी हिफाजत कीजिए। बेटी को बचाइए भी और पढ़ाइए भी। हर हाल में महिलाओं की इज्जत कीजिए। बच्चों को दीनी तालीम हर हाल में दिए जाने की व्यवस्था कीजिए। दुनियावी तालीम भी दिलवाइए। उन्होंने निकाह में होने वाली खुराफातों-फिजूल खर्ची, दहेज़ मांगने के रिवाज़, बैंड-बाजा, खड़े होकर खाने-पीने पर पाबंदी लगाने की अपील भी की।
अंत में सलातो सलाम पढ़कर अमनो अमान की दुआ मांगी गई। शीरीनी बांटी गई। महफिल में सुनव्वर हुसैन, मुनव्वर हुसैन, मासूम अली, मुन्ना अली, सुब्हान अली, हसमत अली, अली अहमद आदि मौजूद रहे।