- बिना पंखा,कूलर व एसी के कक्षों में छःघंटे बैठने पर मजबूर हैं छात्र और शिक्षक
बाराबंकी(अबू शहमा अंसारी) भीषण और उमस भरी गर्मी में बिना पंखे कूलर एसी के छः महीने तक कक्षों में छात्र एवं शिक्षकों को बैठना पड़ता है। जबकि पंखे कूलर एसी सहित तमाम सुविधाओं वाले सीबीएसई तथा आईसीएसई बोर्ड सहित माध्यमिक शिक्षा परिषद के एक से आठ क्लास तक बच्चों का विद्यालय में पठन पाठन का समय मात्र पांच घंटे का निर्धारित है।
सीबीएसई, आईसीएसई एवं माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षक अपने घर से निकट के विद्यालयों में आते जाते हैं। जबकि परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को अपने घर से पचास साठ किलोमीटर की दूरी तक आना जाना पड़ता है। कम से कम तीन घंटा आने जाने का समय तथा छः घण्टे विद्यालय का समय मिलाकर कुल नौ घण्टे परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को भी देना पड़ता है।
इस विषम समस्या से निजात दिलाने के लिए उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक)शिक्षक संघ ने बेसिक शिक्षा परिषद के महानिदेशक को एक सूत्रीय मांग पत्र सौंपा है। प्रदेश अध्यक्ष सत्य प्रकाश मिश्र तथा महामंत्री अरुणेंद्र कुमार वर्मा के हस्ताक्षर से दिए गए ज्ञापन में मांग की गई है कि ग्रीष्मकाल में साढ़े सात बजे से साढ़े बारह बजे तक (पांच घंटे) पठन पाठन हेतु विद्यालय खोले जाने का समय निर्धारित किया जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि भीषण गर्मी में हर वर्ष हजारों बच्चों तथा शिक्षकों की गर्मी के चलते बेहोश और बीमार होने की हज़ारों घटनाएं सुनाई देती हैं।
तमाम शिक्षक दबी जुबान से कहते हैं कि आए दिन तमाम ऐसे तुगलगी फ़रमान जारी होते रहते हैं जो ना तो छात्रों के हित में और ना ही शिक्षकों के हित में होते हैं।