बाराबंकी(अबू शहमा अंसारी)। फखरूद्दीन अली अहमद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय महमूदाबाद के राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाइयों के तत्वाधान में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस का आयोजन किया गया। इस प्रकार एक ऑनलाइन संगठन का आयोजन किया गया कार्यक्रम का आरंभ लस्यगीत ‘उठें समाज के लिए उठें उठें…..’ के सस्वर गायन से होता है तत्पश्चात डॉक्टर ज़ेबा खान, कार्यक्रम अधिकारी इकाई द्वितीय द्वारा संगोष्ठी का संचालन करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना दिवस पर व्याख्यान दिया गया।
तत्पश्चात राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी रवींद्र प्रताप सिंह द्वारा रा.से.यो.की ऐतिहासिकता लक्ष्यों, उद्देश्यों, प्रतीक चिन्ह लोगों के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में प्रोफेसर अमीय कुमार ने राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व और उसकी उपादेयता पर स्वयंसेवी छात्र-छात्राओं का ध्यान आकर्षित किया गया स्वयंसेवी छात्र- छात्राओं अरविंद कुमार प्रशांत जायसवाल ने भी अपने विचार सभी के समक्ष रखें ।
संगोष्ठी में अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर सीमा सिंह द्वारा न केवल स्वयंसेवी के उज्जवल भविष्य की कामना की गई अपितु बताया कि निःस्वार्थ भाव से की गई सेवा ही सच्ची सेवा है, यही राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम का मूल आधार है उन्होंने स्वयं सेवियों से आह्वान किया कि “ईच वन, टीच वन” योजना के तहत प्रत्येक स्वंयसेवी कम से कम एक बच्चे को शिक्षित करें। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया और राष्ट्रगान के गायन के साथ ही संगोष्ठी का समापन होता है।