बाराबंकी(अबू शहमा अंसारी)। पुरानी शिक्षक पेंशन बहाल करने हेतु उत्तर प्रदेश महिला शिक्षक संघ बाराबंकी द्वारा रजिस्टर्ड डाक से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की गई।
जिलाध्यक्ष अलका गौतम ने बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम में रिटायरमेंट के समय कर्मचारियों की अंतिम बेसिक सैलरी का 50 फ़ीसदी यानी आधी राशि तक पेंशन के रूप में दिया जाता है। कर्मचारी के जीवित रहते पेंशन बुढ़ापे का सहारा बनती है। कर्मचारी की मृत्यु के बाद पति या पत्नी को भी पेंशन का फायदा मिलता है। इसमें हर 6 महीने पर मिलने वाले डीए का भी प्रावधान है। लेकिन पुरानी पेंशन को 2004 में सरकार द्वारा बंद कर हमसे पेंशन रूपी सहारे को छीन लिया गया था। हमारे परिवार के भविष्य को हमारी सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा को नई पेंशन स्कीम के तहत खत्म कर दिया गया। नई पेंशन हमारे लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। समय सभी संगठन पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए एकजुट है और तत्पर है कि पुरानी पेंशन हम लेकर रहेंगे। इस मौके पर जिलाअध्यक्ष अलका गौतम के साथ उनके पदाधिकारी रंजना सहाय, नजमुस शहर उस्मानी, प्रीति सिंह सेंगर, रागिनी सिंह, प्रीति वर्मा, शिल्पी सिंह इत्यादि शिक्षिकाएं मौजूद रही।