गोरखपुर। शाही जामा मस्जिद रसूलपुर में महफिल-ए-सवाल व जवाब का आयोजन किया गया। कुरआन-ए-पाक से तिलावत का आगाज़ हुआ। नात-ए-पाक पेश की गई।
अवाम ने निकाह का शरई हुक्म, गुस्ल किन-किन चीजों से फ़र्ज़ होता है, ऑटोमैटिक वाशिंग मशीन में कपड़े पाक करने का तरीका, अंगूठी पहनकर नमाज़ पढ़ना सहित रोजा, नमाज़, जकात सहित तमाम मजहबी सवाल किया। जिसका जवाब नायब काज़ी मुफ्ती मो. अज़हर शम्सी ने कुरआन-ए-पाक व हदीस-ए-पाक की रोशनी में दिया। उन्होंने इल्म की अहमियत भी बयान की। अंत में सलातो सलाम पढ़कर शरीयत पर पाबंदी के साथ अमल करने की दुआ मांगी गई। महफिल में हाफ़िज़ आफताब, हाफ़िज़ अब्दुर्रहमान, हाफ़िज़ आरिफ, मौलाना इसहाक, नदीम अहमद, शादाब अहमद, मो. अनस कादरी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।