मसाइल-ए-दीनीया

सदक़तूल फ़ित्र ईद से पहले या ईद के बाद ?

सदकतुल फ़ित्र किस वक़्त वाज़िब है ? ۞۞۞ अल-जवाब ۞۞۞ ईद के दिन जिस वक़्त सुबह सादिक़-फ़जर का वक़्त आता है उसी वक़्त ये सदकतुल फ़ित्र वाजिब होता हे। अगर कोई फ़जर का वक़्त आने से पहले ही मर गया तो उस पर सदक़ा ए फ़ित्र वाजिब नहीं, उसके माल में से फ़ित्र नहीं दिया […]

मसाइल-ए-दीनीया

ए’तिकाफ़ का बयान

(कंज़ुल ईमान)और औरतों को हाथ ना लगाओ जब तुम मस्जिदों में एअतिकाफ से हो।📕 पारा 2,सूरह बक़र,आयत 187 हदीस:मोअतकिफ ना तो किसी मरीज़ की इयादत को जा सकता है ना जनाज़े में शामिल हो सकता है ना किसी औरत को छू सकता है और ना मस्जिद से बाहर निकल सकता है।📕 अबु दाऊद,जिल्द 2,सफह 492 […]

मसाइल-ए-दीनीया

हराम माल की जकात नहीं

क्या फरमाते हैं उल्मा ए दीन इस मसअला में कि हराम तरीके से कमाए हुए माल की जकात अदा करनी होती है या हराम माल की जकात अदा नहीं की जा सकती ?प्रश्नकर्ता: समीर रज़ा, बड़ौदा गुजरात। ۞۞۞ अल-जवाब ۞۞۞ हराम तरीके से हासिल किया हुआ माल खबीस़ है और खबीस़ माल पर जकात नहीं […]

मसाइल-ए-दीनीया

रोजे में मंजन और टूथपेस्ट इस्तेमाल करना कैसा ?

रोजे की हालत में मंजन या टूथपेस्ट करना कैसा है?प्रश्नकर्ता: अफसाना शेख गोपीगंज भदोही यूपी इंडिया ۞۞۞ अल-जवाब ۞۞۞ पूछी गई सूरत में बिला जरूरत टूथपेस्ट और मंजन करना मकरूह है जबकि मुकम्मल इत्मीनान हो कि कोई ज़र्रा हलक से नीचे ना उतरेगा और कोई ज़र्रा हलक से नीचे उतर गया तो रोजा टूट जाएगा।अल्लामा […]

मसाइल-ए-दीनीया

तरावीह में रुकूअ का इन्तिज़ार

तरावीह में जब हाफिज नियत बांधकर किरात करते है तो अक्सर नमाज़ी पीछे यही बैठे रहते है, या टहलते रहते है, और जैसे ही हाफिज रुकू में जाता हे लोग जल्दी जल्दी नियत बांधकर नमाज़ में शामिल हो जाते है इनका ये काम कैसा है? ۞۞۞ जवाब ۞۞۞ حامدا و مصلیا و مسلما तरावीह में […]