लेखक :मौलाना साबिर इसमाईलीअनुवादक :मुशताक अहमद बरकाती अनवारी सवाल है कि मुसलमानों में बुजदिली क्यों है?इसका जवाब अगर मुखतसर अल्फाज़ में दिया जाए तो यही है कि मुसलमानों के अंदर शौके शहादत और राहे खुदा में कुर्बान होने का जज्बा इस कदर खत्म हो चुका है , कि जिंदगी बचाने और ज्यादा जीने की तमन्ना […]
धार्मिक
रमज़ान के अंतिम अशरे (दस दिनों) की दो महत्वपूर्ण इबादते
लेखक: ज़फर अहमद खान रमजानुल मुबारक एक पवित्र और बरकत वाला महीना है, इसे बहुत सारी विशेषताएं और कुछ प्रमुख गुण प्राप्त हैं, जिसका अंदाजा प्रेषित मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम की हदीस से लगाया जा सकता है, हजरत अबू हुरैरा रजिअल्लाहू अन्हो का वर्णन है कि नबी ए करीम सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम ने फरमाया “जो […]