गोरखपुर। मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाज़ार में शुक्रवार को तरावीह की नमाज़ में एक क़ुरआन-ए-पाक पूरा हो गया। यहां करीब तीन हजार लोगों ने तरावीह की नमाज़ अदा की। नमाज़ के दौरान क़ुरआन-ए-पाक नई दिल्ली से आए इंजीनियर मौलाना मोहम्मद अमीर हम्ज़ा ने पूरा किया। उन्होंने पूरी रवानी के साथ क़ुरआन सुनाया। इस मौके पर मौलाना अमीर हम्ज़ा को तोहफों से नवाज़ा गया। अंत में सलातो-सलाम पढ़ने के बाद अमनो-अमान, खुशहाली व तरक्की की दुआ मांगी गई। आखिर में शीरीनी बांटी गई। बतातें चलें कि रमजानुल मुबारक का चांद दिखने के साथ ही मस्जिदों व कुछ मदरसों में तरावीह की विशेष नमाज़ शुरु हुई थी। तरावीह की नमाज़ के दौरान नमाज़ियों को हाफ़िज़-ए-क़ुरआन द्वारा पूरा क़ुरआन शरीफ बिना देखे सुनाना होता है। मौलाना अमीर हम्ज़ा ने कहा कि हर मुसलमान को चाहिए कि अल्लाह को राज़ी करने के लिए इस मुबारक महीने में दिन में रोज़ा रखे, तिलावत-ए-क़ुरआन करें और रात में खास इबादत नमाज़-ए-तरावीह अदा करे। तरावीह पूरे रमजान माह की रातों में पढ़नी है, भले ही क़ुरआन-ए-पाक पूरा हो चुका हो।
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