साल 2013 में 14 जुलाई को टेलीग्राम सर्विस यानी भारतीय तार सेवा की पारी ख़त्म हो गई.
साल 1850 में कोलकाता और डायमंड हार्बर के बीच तार सेवा शुरू हुई, 1854 में ये पब्लिक के लिए शुरू हुई.
एक वक़्त लाखों-करोड़ों लोगों के लिए यह संदेश पहुंचाने का सबसे तेज जरिया होता था.
तार सेवा के आखिरी दिन दो हजार मैसेज बुक किए गए. आखिरी तार अश्विनी मिश्र ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भेजा था।