रमज़ानुल मुबारक में नेकियों का सवाब बढ़ाकर 70 से 700 गुना तक कर दिया जाता है।
📚 बहारे शरीयत,जिल्द 1,हिस्सा 5
जिसने किसी रोज़ादार को सिर्फ एक खजूर से ही अफ्तार करा दिया तो उसे उतना ही सवाब मिलेगा जितना रोज़ादार को मिला।
📚 बहारे शरीयत,जिल्द 1,हिस्सा 5
जिसने मक्का शरीफ में रमज़ान पाया तो उसे एक लाख रमज़ान का सवाब मिलेगा।
📚 बहारे शरीयत,हिस्सा 5, जिल्द 1
इस महीने में हर रोज़ मौला तआला 10 लाख लोगों को जहन्नम से आज़ाद करता है और आखिर दिन महीने भर की गिनती के बराबर।
📚 बहारे शरीयत,हिस्सा 5, जिल्द 1
जिसने रमज़ान पाया और अपनी बख्शिश ना करा सका वो हलाक हुआ।
📚 बहारे शरीयत,हिस्सा 5, जिल्द 1
जिसने रमज़ान में किसी मुसलमान की हाजत पूरी की तो मौला तआला उसकी 1000 हाजतें पूरी करेगा।
📚क्या आप जानते हैं,सफह 369
एक गैर मुस्लिम को सिर्फ रमज़ान का एहतेराम करने पर ईमान जैसी दौलत मिल गई।
📚नुज़हतुल मजालिस,जिल्द 1,सफह 136
जो मुसलमान इस मुबारक महीने में इंतेक़ाल करेगा उससे क़ब्र में सवाल जवाब ही नहीं होगा ना अभी और ना कभी।
📚 दुर्रे मुख्तार,जिल्द 1,सफह 596
والله تعالیٰ اعلم بالصواب